इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से निर्वाचन आयोग ने पनामा पेपर लीक खुलासे में कथित अपतटीय संपत्ति के बारे में सूचना छिपाए जाने के कारण उनको हटाने के लिए विपक्षी दलों की ओर से दाखिल की गयी याचिका पर उन्हें 20 दिन के भीतर जवाब देने को कहा है। आयोग ने शरीफ से इन आरोपों पर छह सितंबर तक जवाब देने को कहा है कि उन्होंने अपनी अपतटीय संपत्ति को छिपाकर रखा। शरीफ के दामाद कैप्टन (सेवानिवृत्त) मुहम्मद सफदर, वित्त मंत्री इशाक डार, पंजाब के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ और उनके बेटे हम्जा शाहबाज को भी नोटिस जारी किया गया है। उन सबके लिए जवाब देने की भी वही समय सीमा तय की गयी है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी, पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ, पाकिस्तान अवामी तहरीक और अवामी मुस्लिम लीग ने जून में शरीफ की अयोग्यता की मांग करते हुए याचिका दाखिल की थी। अप्रैल में पनामा की कानूनी कंपनी मोसेक फोंसेका से 1.1 करोड़ दस्तावेज लीक होने के बाद से शरीफ आरोपों का सामना कर रहे हैं।
इसके जरिए खुलासा हुआ कि शरीफ के दो बेटे और एक बेटी की ब्रिटेन में संपत्ति है जिसका उनके परिवार के संपत्ति बयान में खुलासा नहीं किया गया था।