इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने आज (सोमवार) भारत को कश्मीर पर बातचीत के लिए आमंत्रित किया और कहा कि मुद्दे का हल दोनों देशों का अंतरराष्ट्रीय कर्तव्य है हालांकि भारत का जोर इस बात पर रहा है कि भारत-पाक संबंधों में समकालीन और प्रासंगिक मुद्दों पर ही वह बात करेगा। विदेश कार्यालय के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने एक बयान में कहा कि भारतीय उच्चायुक्त गौतम बम्बावाले को बातचीत के लिए एक पत्र सौंपने की खातिर बुलाया गया था। जकारिया ने कहा, विदेश सचिव ने भारतीय उच्चायुक्त को आज दोपहर बाद (15 अगस्त 2016) को बुलाया और उन्हें अपने भारतीय समकक्ष के लिए एक पत्र सौंपकर उन्हें भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद के मुख्य विषय जम्मू कश्मीर मुद्दे पर बातचीत के लिए पाकिस्तान आने का निमंत्रण दिया। दोनों देशों के बीच इस मुद्दे पर वाकयुद्ध को लेकर द्विपक्षीय संबंधों में तनाव के बीच यह आमंत्रण दिया गया है। बयान के अनुसार, पत्र में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रस्तावों के अनुरूप, जम्मू कश्मीर विषय के हल के लिए दोनों देशों भारत और पाकिस्तान के अंतरराष्ट्रीय कर्तव्य को रेखांकित किया गया है। विदेश मामलों में पाकिस्तान के सलाहकार ने पिछले हफ्ते कहा था कि इसी महीने संपन्न पाकिस्तान दूतों के सम्मेलन में सहमति बनी थी कि पाकिस्तान भारत के साथ बातचीत पर जोर देगा। इस आमंत्रण के कुछ दिन पहले ही केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कश्मीर के मुद्दे पर संसद को संबोधित किया था और कहा था कि भारत सिर्फ पाक अधिकत कश्मीर (पीओके) पर बातचीत का इच्छुक है तथा इस्लामाबाद के साथ जम्मू कश्मीर के बारे में बातचीत करने का सवाल ही नहीं उठता।
भारत ने वास्तव में पाकिस्तान के प्रस्ताव को खारिज कर दिया कि वह जम्मू कश्मीर पर बातचीत के लिए भारत को आमंत्रित करेगा। भारत ने स्पष्ट किया कि वह भारत़़-पाक संबंधों में समकालीन और प्रासंगिक मुद्दों पर ही बात करेगा।