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वाशिंगटन: अमेरिका ने रूस की ओर से यूक्रेन के कुछ हिस्से के विलय को फर्जी करार देते हुए खारिज कर दिया है। इसके साथ-साथ अमेरिका ने रूस के 1000 से अधिक लोगों और कंपनियों पर प्रतिबंध भी लगा दिया है। जिनमें सेंट्रल बैंक गवर्नर और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सदस्यों के परिवार भी शामिल हैं। यूक्रेन के चार क्षेत्रों को अपने देश में शामिल करने के ऐलान के साथ ही पुतिन ने यूक्रेन के साथ बातचीत के लिए बैठने का आग्रह भी किया, लेकिन आगाह किया कि मास्को रूस में शामिल किए गए उसके हिस्से को नहीं छोड़ेगा।

अमेरिकी वाणिज्य विभाक ने अपनी सूची में 57 कंपनियों को शामिल किया है तो वहीं विदेश विभाग ने 900 लोगों के नाम वीजा पाबंदी सूची में जोड़े हैं। वित्त मंत्री जेनेट येलेन ने कहा, 'हम पुतिन के साथ खड़े नहीं होंगे क्योंकि वह धोखे से यूक्रेन के कुछ हिस्सों पर कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं।' उन्होंने कहा, 'वित्त मंत्रालय और अमेरिकी सरकार रूस के पहले से ही खराब हो चुके सैन्य औद्योगिक परिसर को और कमजोर करने तथा इसके अवैध युद्ध छेड़ने की क्षमता को कमजोर करने के लिए आज व्यापक कार्रवाई कर रहे हैं।

पुतिन ने अंतरराष्ट्रीय कानूनों को बताया धता

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अंतरराष्ट्रीय कानूनों को धता बताते हुए यूक्रेन के कुछ हिस्सों को रूस में मिलाने की घोषणा की। क्रेमलिन के भव्य श्वेत और सुनहरे सेंट जॉर्ज हॉल में विलय समारोह में पुतिन और यूक्रेन के चार क्षेत्रों के प्रमुख, रूस में शामिल होने के लिए संधियों पर हस्ताक्षर किए। इसके साथ ही सात महीनों से चल रहे युद्ध में और तेजी आने की आशंका है।

रूस द्वारा यूक्रेन के कब्जे वाले क्षेत्रों को अपने में मिलाने के लिए किए गए जनमत संग्रह के तीन दिनों बाद चार क्षेत्रों को मिलाने का ऐलान किया गया। यूक्रेन और पश्चिमी देशों ने इसे सीधे-सीधे जमीन कब्जाना करार देते हुए कहा कि यह बंदूक के बल पर झूठी कवायद है।

कुछ इलाके पहले से ही रूस के समर्थक रहे

पूर्वी यूक्रेन के अलगाववादी दोनेत्स्क और लुहांस्क क्षेत्र को 2014 में आजादी की घोषणा के बाद से ही रूस का समर्थन मिला था। यूक्रेन के क्रीमिया प्रायद्वीप के विलय के कुछ हफ्तों बाद ही रूस ने यह कदम उठाया था। यूक्रेन में 24 फरवरी को रूसी सैनिकों के हमले के कुछ दिनों बाद ही दक्षिणी खेरसान क्षेत्र और पड़ोसी जापोरिज्जिया के कुछ क्षेत्रों पर रूस ने कब्जा कर लिया था।

यूक्रेन के खिलाफ रूस ने तेज किए हमले

क्रेन के जापोरिज्जिया शहर पर रूस के ताजा हमले में कम से कम 23 लोगों की मौत हो गई और 28 घायल हुए हैं। जापोरिज्जिया के क्षेत्रीय गवर्नर ओलेक्सांद्र स्तारुख ने शुक्रवार को एक ऑनलाइन बयान जारी कर यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि रूस की सेना ने रूस के कब्जे वाले क्षेत्र की ओर मानवीय सहायता लेकर जा रहे एक काफिले पर हमला किया।

1949 में, गठबंधन के 12 संस्थापक सदस्य थे, जिनमें बेल्जियम, कनाडा, डेनमार्क, फ्रांस, आइसलैंड, इटली, लक्जमबर्ग, नीदरलैंड, नॉर्वे, पुर्तगाल, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं। अब अन्य सदस्य देश हैं: ग्रीस और तुर्किये (1952), जर्मनी (1955), स्पेन (1982), चेक गणराज्य, हंगरी और पोलैंड (1999), बुल्गारिया, एस्टोनिया, लातविया, लिथुआनिया, रोमानिया, स्लोवाकिया और स्लोवेनिया (2004) , अल्बानिया और क्रोएशिया (2009), मोंटेनेग्रो (2017) और उत्तर मैसेडोनिया (2020)।

यूक्रेन के क्षेत्रों के विलय संबंधी संधियों पर पुतिन ने किए हस्ताक्षर

इससे पहले क्रेमलिन के सेंट जॉर्ज हॉल में पुतिन और यूक्रेन के चार क्षेत्रों के प्रमुखों ने उनके रूस में शामिल होने संबंधी संधि के दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए। इससे यूक्रेन में सात महीने से चल रहे युद्ध के और तेज होने की आशंका है। रूस द्वारा यूक्रेन के कब्जे वाले क्षेत्रों को अपने में मिलाने के लिये किए गए “जनमत संग्रह” के तीन दिनों बाद इस समारोह का आयोजन हो रहा है। यूक्रेन और पश्चिमी देशों ने इसे सीधे-सीधे जमीन कब्जाना करार देते हुए कहा कि यह बंदूक के बल पर अंजाम दी गई झूठी कवायद है।


पूर्वी यूक्रेन के अलगाववादी दोनेत्स्क और लुहांस्क क्षेत्र को 2014 में आजादी की घोषणा के बाद से ही रूस का समर्थन मिला था। यूक्रेन के क्रीमिया प्रायद्वीप के विलय के कुछ हफ्तों बाद ही रूस ने यह कदम उठाया था। यूक्रेन में 24 फरवरी को रूसी सैनिकों के हमले के कुछ दिनों बाद ही दक्षिणी खेरसान क्षेत्र और पड़ोसी जापोरिज्जिया के कुछ क्षेत्रों पर रूस ने कब्जा कर लिया था। क्रेमलिन-नियंत्रित रूसी संसद के दोनों सदनों की अगले सप्ताह बैठक होगी जिसमें इन क्षेत्रों को रूस में शामिल किए जाने के लिए संधियों पर मुहर लगाई जाएगी और उन्हें उनकी मंजूरी के लिए पुतिन के पास भेजा जाएगा।

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