बीजिंग: चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग मंगलवार को एससीओ समिट से लौटने के बाद पहली बार सार्वजनिक तौर पर नजर आए हैं। चीन के सरकारी टेलीविजन के मुताबिक सितंबर के मध्य में उज्बेकिस्तान से लौटे शी जिनपिंग पहली बार नजर आए हैं। अगले महीने कम्युनिस्ट पार्टी की मीटिंग होने वाली है, जिसमें शी जिनपिंग को लगातार तीसरी बार राष्ट्रपति चुना जाएगा। इसके अलावा वह पीएलए के अध्यक्ष भी बने रहेंगे। कहा जा रहा है कि शी जिनपिंग को माओत्से तुंग के बाद सबसे महान नेता का दर्जा दिया जाएगा। इससे साफ है कि शी जिनपिंग चीन में बेहद कद्दावर नेता बन गए हैं और लंबे समय तक उनका शासन बना रह सकता है।
बता दें कि शी जिनपिंग के उज्बेकिस्तान से लौटने के बाद ऐसी अफवाहें फैल गई थीं कि उन्हें पीपल्स लिबरेशन आर्मी ने नजरबंद कर लिया है। यह अफवाहें बहुत तेजी से फैली थीं, लेकिन बाद में पता चला कि विदेश दौरे से आने के बाद वह होम क्वारेंटाइन हो गए थे। कुछ ट्वीट्स में यह भी दावा किया गया था कि बीजिंग और आसपास के शहरों में उड़ानें कम हो गई हैं। वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें पीएलए की गाड़ियां गुजरती दिख रही थीं।
उस वीडियो को लेकर कहा गया था कि चीन की सेना बीजिंग की ओर बढ़ रही है।
हालांकि ऐसे तमाम दावे गलत ही साबित हुए थे। बता दें कि शी जिनपिंग ने उज्बेकिस्तान में आयोजित एससीओ की मीटिंग में हिस्सा लिया था। इसमें भारत के पीएम नरेंद्र मोदी, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन समेत कई राष्ट्राध्यक्ष मौजूद थे। लेकिन लौटने के तुरंत बाद ऐसी चर्चाएं शुरू हो गई थीं कि क्या उन्हें नजरबंद कर लिया गया है। इसकी वजह यह थी कि वापसी के बाद वह नजर नहीं आए थे। बाद में पता चला कि वह कोरोना से निपटने की जीरो कोविड पॉलिसी के तहत होम क्वारेंटाइन हो गए थे। अब शायद वह पीरियड पूरा हो गया है, इसलिए अब बाहर निकले हैं।