नई दिल्ली: जैश ए मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकवादी घोषित किए जाने की भारत की मांग पर चीन जल्द निर्णय करेगा और वह अजहर की आतंकी गतिविधियों की जांच कर रहा है। यह बात कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने मंगलवार को कही। मा शियांगवू ने एक सुरक्षा सम्मेलन में कहा कि चीन अजहर और मामले के अन्य कई पहलुओं पर भारत के प्रस्ताव पर विचार कर रहा है। अन्य पहलुओं में यह भी शामिल है कि क्या इस कदम का समर्थन करने से वह बड़ी दिक्कत में तो नहीं पड़ जाएगा। आतंकवाद के सभी स्वरूपों को समाप्त करने की जरूरत बताते हुए उन्होंने कहा कि हम इस पर विचार कर रहे हैं। हम जल्द इस पर फैसला करेंगे। भारत ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा अजहर पर पाबंदी लगवाने के लिए ठोस सबूत मांगने पर चीन पर पिछले महीने निशाना साधा था। चीन ने पिछले साल दो बार इस मामले में तकनीकी रोक लगा दी थी। भारत ने पठानकोट आतंकी हमले के बाद अजहर पर प्रतिबंध लगाने के लिए आवेदन दिया था। बीजिंग ने इस साल भी यही रख अपनाया, जब अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र में आवेदन दिया था। उन्होंने कहा कि भारत के प्रस्ताव पर विचार करते हुए चीन अजहर की गतिविधियों की जांच कर रहा है।
शियांगवू ने कहा कि अलग अलग देशों की धारणाओं के आधार पर दुनियाभर में आतंकवाद की अलग अलग व्याख्याएं हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया में आतंकवाद के दो वर्गीकरण हैं। वैश्विक आतंकवाद और क्षेत्रीय आतंकवाद। चीनी नेता ने कहा कि उनका देश भी आतंक से मुकाबले की चुनौती का सामना कर रहा है। उन्होंने कहा कि चीन में आतंकवाद निरोधक कार्रवाई की मौजूदा स्थिति जटिल है और इसे समझना कठिन है। शियांगवू ने कहा कि चीन आर्थिक और सैन्य रूप से शक्तिशाली है और इसलिए दोनों तरीकों का इस्तेमाल करते हुए आतंकवाद से निपट सकता है।