वाशिंगटन: अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के लिए चुनी गई पहली भारतीय-अमेरिकी महिला प्रमिला जयपाल ने जोर देकर कहा है कि वह नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा मुस्लिमों के विरोध में दिए गए भाषण और 1.1 करोड़ अवैध प्रवासियों को निर्वासित कर देने के बयान को लागू करने के हर प्रयास का दृढ़ता के साथ विरोध करेंगी। डेमोक्रेट प्रमिला ने कहा कि वह आगामी रिपब्लिकन कांग्रेस और राष्ट्रपति की ओर से किए जाने वाले हमलों के खिलाफ सभी अमेरिकियों के अधिकारों के लिए खड़ी होने और लड़ने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, ‘ट्रंप के प्रशासन का कोई भी हिस्सा यदि उन बातों में संलिप्त रहता है, जिनका जिक्र उन्होंने अपने अभियान में किया था- चाहे वह महिलाओं को अपने फैसले खुद लेने के अधिकार का इस्तेमाल करने के लिए दंडित करना हो या मुस्लिमों की अत्यधिक जांच और उनके साथ भेदभाव करना, या फिर 1.1 करोड़ प्रवासियों को निर्वासित करना, हम उनके लिए खड़े रहने वाले हैं और हम उन मूल्यों एवं अधिकारों की रक्षा करेंगे, जो इस देश के लिए बेहद अहम रहे हैं।’ प्रमिला ने पीपल मैगजीन को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘हम पीछे नहीं हट सकते और हमारा इरादा उन चीजों के लिए लड़ते रहने का है, जिनके लिए मैं अपनी जिंदगी भर लड़ती रही हूं।’ प्रमिला ने अपना चुनाव प्रगतिवादी एजेंडे पर लड़ा है और चुनाव अभियान के दौरान सीनेटर बर्नी सैंडर्स ने उनका समर्थन किया था।
उन्होंने ट्रंप की जीत को स्तब्धकारी बताया है।