नई दिल्ली: बंगाल की खाड़ी में उठा 'चक्रवात जवाद' अब कमजोर पड़कर एक गहरे दबाव में तब्दील हो गया है और यह उत्तर-पूर्व की दिशा में बंगाल तट की ओर मुड़ गया है। हवा की गति भी कम होकर 11 किलोमीटर प्रतिघंटा रह गई है। यह आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के लिए राहत की बात है। मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक जवाद आज (रविवार, 5 दिसंबर) दोपहर ओडिशा के पुरी तट से टकरा सकता है। इससे पहले ही पुरी और आसपास के इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। बंगाल में भी दीघा के पास समंदर में तेज लहरें उठ रही हैं।
आईएमडी के मुताबिक तूफान अगले 24 घंटों में और अधिक कमजोर होकर शांत पड़ सकता है, लेकिन इस दौरान पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों और झारखंड के कुछ इलाकों में भी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने बंगाल के अलावा ओडिशा और आंध्र प्रदेश में भारी बारिश और कुछ जगहों पर अत्यधिक बारिश की भविष्यवाणी की है।
चक्रवात ‘जवाद' के ओडिशा-आंध्र प्रदेश तटों की ओर बढ़ने के बीच पश्चिम बंगाल सरकार ने शनिवार को दक्षिण 24 परगना और पूर्व मेदिनीपुर जिलों से हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया तथा पर्यटकों से समुद्र तटों से दूर रहने का आग्रह किया है।
मौसम कार्यालय ने कहा कि महानगर, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिमी मेदिनीपुर, झारग्राम, हावड़ा और हुगली जिलों में कई स्थानों पर सुबह से ही हल्की बारिश हो रही है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने एक एक बुलेटिन में कहा, ‘‘जवाद पिछले छह घंटों में धीरे-धीरे चार किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर दिशा की तरफ बढ़ा है और यह सुबह पांच बजकर 30 मिनट पर आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम के 230 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व, ओडिशा के गोपालपुर के 340 किलोमीटर दक्षिण में, पुरी (ओडिशा) के 410 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पूर्व में तथा पारादीप (ओडिशा) के 490 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण-पूर्व में केंद्रित था।''
इस संबंध में एक अधिकारी ने कहा कि दक्षिण 24 परगना और पूर्व मेदिनीपुर जिलों में प्रशासन ने तटीय क्षेत्रों से लगभग 11,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया, जबकि मछुआरे अपनी नौकाओं के साथ काकद्वीप, दीघा, शंकरपुर और अन्य तटीय क्षेत्रों में वापस आ गए हैं। मौसम विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा, "चक्रवात के उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी तक पहुंचने तथा इसके बाद उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर इसके फिर से बढ़ने, पांच दिसंबर को लगभग दोपहर के समय ओडिशा तट पर इसके पुरी के पास पहुंचने और धीरे-धीरे कमजोर होने की संभावना है।"
उन्होंने कहा कि हालांकि, चक्रवात कमजोर होकर पुरी तट पर पहुंचने तक गहरे दबाव में बदल सकता है। बचाव दल पर्यटकों और स्थानीय लोगों से दीघा, शंकरपुर, ताजपुर और बक्खाली में समुद्र तटों को खाली करने के लिए कहते हुए देखे गए। चक्रवात के मद्देनजर राज्य में एनडीआरएफ की कुल 19 टीम तैनात की गई हैं।
मौसम विभाग ने कोलकाता, पूर्व और पश्चिमी मेदिनीपुर, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, झारग्राम, हुगली और हावड़ा जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। इसने कहा कि उत्तर और दक्षिण 24 परगना, नादिया और मुर्शिदाबाद जिलों में भी सोमवार को भारी बारिश होने की संभावना है।