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भुवनेश्वर: बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवात 'जवाद' के आज (शनिवार, 04 दिसंबर) उत्तरी आंध्र प्रदेश में पहुंचने की संभावना है। तूफान आंध्र प्रदेश, ओडिशा और बंगाल में सबसे अधिक कोहराम मचा सकता है। जानमाल के संभावित नुकसान से बचने के लिए ओडिशा सरकार ने राज्य के 19 जिलों में स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है। स्कूल और जन शिक्षा विभाग के आदेश के अनुसार, ओडिशा के 19 जिलों में विभाग से संबद्ध सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी स्कूल चक्रवात 'जवाद' के मद्देनजर 4 दिसंबर को बंद रहेंगे।

जिन 19 जिलों में स्कूल बंद रहेंगे उनमें गंजम, गजपति, पुरी, नयागढ़, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, कोरापुट, रायगडा, कटक, खोरधा, कंधमाल, क्योंझर, अंगुल, ढेंकनाल, बालासोर, भद्रक, जाजपुर, मलकानगिरी और मयूरभंज शामिल हैं। आदेश के अनुसार, यदि कोई "पहले से नियोजित परीक्षा कार्यक्रम" है, तो इसे "सघन निगरानी में अत्यंत सावधानी के साथ आयोजित किया जा सकता है।"

आदेश में कहा गया है, "उपरोक्त सभी जिलों में या अलग-अलग स्थानों में भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है। इसलिए छात्रों को स्कूल नहीं आना चाहिए। हालांकि, यदि पहले से कोई परीक्षा कार्यक्रम निर्धारित किया गया है, तो इसे जिला प्रशासन की देखरेख में अत्यधिक सावधानी के तहत आयोजित किया जा सकता है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि चक्रवात जवाद के शनिवार सुबह उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तक पहुंचने की संभावना है और पुरी में रविवार को भारी बारिश होने की संभावना है। इस दौरान 80 से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है। आईएमडी ने यह भी बताया है कि चक्रवाती तूफान अस्थायी अवधि के लिए समुद्र में बड़े तूफान में तब्दील हो जाएगा और 110 किमी प्रति घंटा की गति से हवाएं चल सकती हैं।

उधर, जानमाल के संभावित नुकसान से बचने के लिए आंध्र प्रदेश सरकार ने तीन जिलों से 54,008 से अधिक लोगों को वहां से निकाला है और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। बचाव दल ने श्रीकाकुलम जिले से 15,755, विजयनगरम से 1,700 और विशाखापत्तनम से 36,553 लोगों को निकाला है।

सरकार ने स्कूलों और सामुदायिक हॉलों में 197 राहत शिविर स्थापित किए हैं। राज्य में राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ) की 11 टीमों को तैनात किया गया है, जबकि राज्य आपदा राहत बल (एसडीआरएफ) की पांच टीमें और तटरक्षक बल की छह टीमें भी तैनात की गई हैं।

तूफान को देखते हुए राज्य सरकार ने आदेश दिया है कि ग्राम पंचायतें और जिला कलेक्ट्रिएट दिन-रात काम करेंगी। किसी भी हालात से निपटने के लिए दो हेलीकॉप्टर स्टैंडबाय पर रखे गए हैं। सरकार ने एक करोड़ रुपये भी जारी किए हैं।

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