लखनऊ: अगले विधानसभा चुनाव में सत्ता बरकरार रखने की जद्दोजहद में लगे समाजवादी पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव ने अपने युवा संगठनों के पेंच कसते हुए कहा कि अगर अच्छे कामों का प्रचार नहीं करोगे, तो सरकार अगली बार कैसे बनाओगे? उन्होंने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की तारीफ करते हुए कहा कि तीन साल में इन्होंने सारे वादे पूरे कर दिए हैं। हमें उम्मीद नहीं थी कि वह अच्छा काम कर ले जाएंगे। मुलायम ने नरेंद्र मोदी सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने केवल झूठे वादे कर जनता को ठगा है। न बेरोजगारों को रोजगार मिला न कालाधन वापस आया और देश की सीमाएं भी सुरक्षित नहीं हैं। मुलायम ने यह बात मंगलवार को पार्टी दफ्तर में युवा संगठनों के सम्मेलन में कही। उन्होंने कहा कि नोएडा की घटना में जिन लोगों ने हत्या कराई वह भाजपा से जुड़े थे।
वह ऐसे तीन लोगों के नाम बाद में बताएंगे। मुलायम ने खुलासा किया कि पिछले विधानसभा चुनाव में वोट तो मेरे नाम से मिले थे। आप लोगों को पता ही नहीं था कि अखिलेश यादव सीएम होंगे। मेरे इस फैसले से कई नेता असहमत थे। वह मुझे सीएम बनाना चाहते थे। मैंने उन्हें समझाया कि उन्हें सरकार चलाने दो। कहीं गलत होगा तो हम लोग मिलकर सरकार पर लगाम लगाएंगे। मुलायम ने मंगलवार को यह भी कहा था कि वह सीएम इसलिए नहीं बने ताकि जनता के बीच रह कर सरकार पर नियंत्रण रख सकें। मुलायम ने अखिलेश की उपलब्धियां बताते हुए कहा कि वे सरकार के कई फैसलों से सहमत नहीं थे। इनमें लखनऊ मेट्रो योजना भी थी। बोले-‘मैंने सीएम से कहा कि इसका फायदा तो अमीरों को ही मिलेगा जो इसमें बैठकर एयरपोर्ट जाएंगे। ऐसी सड़क बनाओ जिससे गरीबों-किसानों का फायदा हो। इसके बाद लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे काम शुरू हुआ।’ बोले-मैंने कहा कि जब दोनों योजनाएं शुरू हो ही गई हैं तो इन्हें चुनाव से पहले पूरा भी करवा देना। सरकार की पहली प्राथमिकता गांव, गरीब व किसान होनी चाहिए। अपने भाषण के दौरान कार्यकर्ताओं की नारेबाजी, कैमरे से फोटो खींचने व आगे आकर शोर-शराबा करने से मुलायम खासे नाराज हुए कहा कि जो उनको नहीं सुन सकते हैं वे बाहर चले जाएं। हंगामा करने वालो की अब सूची बनाई जाएगी। उन पर अनुशासनहीनता की कार्रवाई होगी।