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नई दिल्ली: सपा से निष्कासित किए गए राज्यसभा सांसद प्रो रामगोपाल यादव ने अमर सिंह के बहाने सीधे सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह पर कई सियासी वार किए। उन्होंने मुलायम के अमर सिंह द्वारा जेल से बचाने संबंधी बयान को न सिर्फ मूर्खतापूर्ण बताया, बल्कि यह भी कहा कि उन्होंने खोटे सिक्के (अमर सिंह) के लिए असली सिक्के (खुद रामगोपाल) को बाहर कर दिया। अपने निष्कासन पर व्यंग्य करते हुए उन्होंने कहा कि सपा में नेताजी ने उन्हें चिट्टी-विट्ठी लिखने के लिए रख लिया था, अब इसके लिए किसी और को रख लेंगे। इस दौरान रामगोपाल ने अमर सिंह पर सांसद और मुख्यमंत्री की पत्नी डिंपल यादव के खिलाफ साजिश रचने का भी आरोप लगाया। रामगोपाल ने इस दौरान मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के समर्थन में खड़े रहने की घोषणा भी की। पार्टी से निष्कासन के बाद शिवपाल यादव और अमर सिंह को उत्तर प्रदेश के किसी भी हिस्से में अपने खिलाफ बोलकर सुरक्षित बाहर निकलने की चुनौती देने के बाद रामगोपाल ने अब सीधे सपा प्रमुख पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नेताजी का यह कहना कि अमर सिंह ने उन्हें जेल जाने से बचाया मूर्खतापूर्ण बयान है। क्या वह कहना चाहते हैं कि अमर सिंह ने सुप्रीम कोर्ट और सीबीआई को मैनेज कर लिया। खुद मुलायम ही नहीं समझ रहे कि वह क्या कह रहे हैं। नेताजी के मामले में कोर्ट अधिक से अधिक जांच का आदेश ही दे सकता था। रामगोपाल ने कहा कि यह वही अमर सिंह हैं जिसने डिंपल के खिलाफ साजिश रची। अपने करीबी चतुर्वेदी के जरिए सुप्रीम कोर्ट में डिंपल के खिलाफ जांच के लिए याचिका दायर कराई।

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने तीन तलाक मामले पर मंगलवार को भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यूपी में होने वाले चुनाव के कारण भाजपा इस मसले पर विवाद खड़ी कर रही है। उन्होंने कहा कि धार्मिक मामलों पर राजनीति करना गलत है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरएसएस की विचारधारा थोपने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि किसी के ऊपर अपना फैसला थोपना उचित नहीं है। गौरतलब है कि पीएम मोदी ने हाल ही में कहा था कि तीन तलाक गलत है। केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट में तीन तलाक का विरोध कर रही है।

लखनऊ: समाजवादी पार्टी में मचे घमासान के बीच आज (मंगलवार) मुलायम सिंह यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि हमारी पार्टी लोकतांत्रिक है और चुनावों के बाद मुख्यमंत्री पर फैसला विधायक करेंगे और शिवपाल यादव को वापस मंत्रिमंडल में लेने का निर्णय अखिलेश यादव लेंगे। मुलायम ने कहा कि मैं दो-तीन बातें आपके सामने रखना चाहता हूं। मैंने निरंतर संघर्ष किया है। जनता के हितों के लिए हमेशा काम करता रहा हूं। मैं शुरू से ही समाजवादी रास्ते पर चलता रहा हूं। उन्होंने कहा कि मैं अपनी पार्टी और सिद्धांतों के प्रति समर्पित हूं। हमारा परिवार और पार्टी एक है। इस दौरान मुलायम के साथ शिवपाल भी मौजूद थे। बर्खास्त मंत्री भी इस मौके पर उपस्थित थे। लेकिन सीएम अखिलेश यादव मौजूद नहीं रहे। इस दौरान एक प्रश्‍न पूछने पर सपा सुप्रीमो ने कहा कि अमर सिंह को बीच में क्‍यों लाते हो। उन्‍होंने कहा कि अखिलेश यादव सीएम हैं उनके बारे में क्‍यों पूछते हो। सीएम अखिलेश यादव पर किसी को आपत्ति नहीं है। हमें यूपी की जनता पर पूरा विश्‍वास है। साजिश करने वालों का आधार नहीं। उन्‍होंने साथ ही यह भी कहा कि रामगोपाल यादव की बात की कोई अहमियत नहीं। मुलायम ने आगे जोर देकर कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में मेरे नाम पर बहुमत आया था। साथ ही उन्होंने साफ किया कि वे खुद सीएम बनने पर विचार नहीं कर रहे हैं। हमारी पार्टी लोकतांत्रिक और विधायक मिलकर मुख्यमंत्री को चुनते हैं।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े सियासी परिवार और सत्ताधारी पार्टी सपा में जारी संग्राम पर शिवपाल यादव ने मंगलवार को कहा कि पार्टी में सबकुछ ठीक चल रहा है। नेताजी जो कुछ कहेंगे, वह वही करेंगे। वहीं, उनके मंत्रिमंडल में वापसी पर लोक निर्माण विभाग का पेंच फंसा हुआ है। हालांकि उन्होंने अपने और अन्य मंत्रियों की मंत्रिमंडल की वापसी के सवाल पर कोई सीधा जवाब नहीं दिया। मीडिया के अन्य सवालों का भी उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव मंगलवार सुबह पार्टी कार्यालय पहुंचे, जहां पर समर्थकों ने नारेबाजी की। शिवपाल ने कहा कि उनको तो बस नेताजी का आदेश मानना है। उन्होंने कहा कि वह नेता जी के साथ हैं। मुलायम सिंह यादव के बुलावे पर शिवपाल सिंह यादव, ओमप्रकाश, नारद राय और सीएम अखिलेश यादव उनके आवास पर पहुंचे। रजत जयंती समारोह की तैयारियों पर चर्चा होनी है। सीएम अखिलेश यादव रथ यात्रा की तैयारी करना चाहते हैं। शिवपाल सिंह यादव के मंत्रिमंडल में वापसी में लोक निर्माण विभाग का पेंच फंसा हुआ है। इस बीच रामगोपाल यादव ने दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस करके सपा से निकाले जाने पर अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि उनको असंवैधानिक तरीके से निकाला गया है। उनको राष्ट्रीय महासचिव को हटाने का अधिकार राष्ट्रीय अध्यक्ष के पास होता है। प्रदेश अध्यक्ष नहीं निकाल सकता है। रामगोपाल ने कहा कि उनके या उनके परिवार के खिलाफ सीबीआई ने कोई केस नहीं दर्ज किया है।

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