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पुखराया (कानपुर देहात): इंदौर-पटना एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने से जो बोगी पलट गई थी, उसमें से दो बच्चों को जीवित बाहर निकाला गया है। इससे बचावकर्मियों को उम्मीद की किरण नजर आई है और वे धातुओं के जंजाल और बिखरे सामान के बीच जिंदा बचे लोगों को खोज रहे हैं। छह और सात साल के दो बच्चों को एस थ्री बोगी से निकाला गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इन बच्चों के निकट एक महिला मृत मिली है, जो संभवत: उनकी मां हो सकती है। एनडीआरएफ के कमांडेंट एके सिंह ने बताया कि एक अन्य कोच में दो लड़कियां फंसी हुई हैं। उन्होंने कहा, 'बुरी तरह क्षतिग्रस्त एक अन्य कोच में दो लड़कियां अभी भी फंसी हुई हैं। उन्हें बाहर निकालने के लिए क्रेन का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता, लेकिन मैं भरोसा दिलाता हूं कि उन्हें बचा लिया जाएगा। इसके बाद हम शवों को खोजने के लिए तलाशी अभियान चलाएंगे।' सिंह ने बताया कि यहां भीड़ जमा हो रही है, जो एक बड़ी समस्या है।

पुखरायां (कानपुर देहात): इंदौर-पटना एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने से 20 वर्षीय रूबी गुप्ता पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है। जल्द ही दुल्हन बनने जा रही रूबी हादसे के बाद से अपने लापता पिता को खोज रही हैं। रूबी के एक हाथ की हड्डी टूट गई है। उनकी शादी एक दिसंबर को होनी है और इसके लिए वह इंदौर से आजमगढ़ के मऊ जा रही थीं। भाई-बहनों में सबसे बड़ी रूबी के साथ उनकी बहनें 18 वर्षीय अर्चना तथा 16 वर्षीय खुशी, भाई अभिषेक तथा विशाल और पिता राम प्रसाद गुप्ता थे। उनके पिता हादसे के बाद से लापता हैं। इस परिवार के साथ उनके पारिवारिक दोस्त राम प्रमेश सिंह भी यात्रा कर रहे थे। रूबी ने कहा, 'मैंने हर जगह देखा लेकिन मुझे मेरे पिता नहीं मिले। कुछ लोगों ने मुझे उन्हें अस्पताल और मुर्दाघर में खोजने को कहा है, लेकिन मुझे समझ नहीं आ रहा कि अब मैं क्या करूं।' उन्होंने कहा, 'मैं नहीं जानती कि अब मेरी शादी निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक होगी या नहीं। अभी तो मैं पिता को ढूंढना चाहती हूं।' रूबी अपने साथ शादी के कपड़े और गहने लेकर चली थीं, वह भी उन्हें नहीं मिल रहे।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कानपुर देहात में आज हुए इंदौर पटना एक्सप्रेस ट्रेन हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद का ऐलान किया। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को पांच पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की, जबकि गंभीर रूप से घायल लोगों को पचास पचास हजार रुपये देने का ऐलान किया। उन्होंने बताया कि मामूली रूप से घायल लोगों को मुख्यमंत्री ने पच्चीस पच्चीस हजार रुपये की मदद का ऐलान किया है। कानपुर देहात के जिलाधिकारी रविकांत सिंह ने बताया कि दुर्घटना में 90 रेल यात्रियों की मौत हो गई है। ट्रेन के 14 डिब्बे पटरी से उतरे हैं. दुर्घटना कानपुर देहात में पुखरायां के निकट हुई. दुर्घटना में 150 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। दुर्घटना तड़के तीन बजे हुई. उस समय यात्री सोए हुए थे। कानपुर रेंज के पुलिस महानिदेशक जकी अहमद ने बताया कि 150 से अधिक घायल लोगों को आसपास के अस्पतालों में पहुंचाया गया है। सभी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है। तीस से अधिक एंबुलेंस घटनास्थल पर पहुंच चुकी हैं।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) से निकाले गए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के करीबी सात युवा नेताओं की पार्टी में जल्द वापसी तय है । सभी नेताओं ने शनिवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव से उनके घर पर मुलाकात की और गलती स्वीकार करते हुए माफी मांगी है । मुलायम सिंह ने उन्हें समझाया और कहा कि पार्टी के लिए मेहनत से काम करें। इसके बाद माना जा रहा है कि सभी नेताओं को पार्टी में वापस लिया जा सकता है । ज्ञात हो कि सपा में कलह के चलते प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद शिवपाल सिंह यादव ने 19 सितंबर को अखिलेश यादव के करीबी सात युवा नेताओं को पार्टी से निकाल दिया था। इनमें तीन एमएलसी आनंद भदौरिया, सुनील सिंह साजन, संजय लाठर के अलावा मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव दुबे, प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद एबाद, युवजन सभा के प्रदेश अध्यक्ष ब्रजेश यादव, समाजवादी छात्रसभा के प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय सिंह देव शामिल थे। संजय लाठर को छोड़कर सभी निष्कासित नेताओं ने सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के घर पर उनसे मुलाकात की। इन युवा नेताओं ने बिना शर्त अपना माफीनामा मुलायम सिंह को लिखकर दिया। एमएलसी आनंद भदौरिया ने कहा कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव पार्टी के संरक्षक, मुखिया और सब कुछ हैं। उन्होंने युवा नेताओं को समझाया कि पार्टी के लिए मेहनत करें. लोहिया को पढ़ें और जानें कि समाजवाद क्या है।

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