लखनऊ: 'यूपी 100 सेवा' के शुभारम्भ के मौके पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा, अभी तक कोई समस्या होने पर आपको पुलिस के पास जाना पड़ता था, लेकिन अब 100 नंबर मिलाने पर 15 से 20 मिनट में पुलिस मदद के लिए आपके पास पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि लोगों को पुलिस के समय से न पहुंचने की शिकायत थी अब पुलिस समय से घटनास्थल पर पहुंचेगी। सीएम ने कहा कि व्यवस्था अच्छी होगी तब विरोधियों को जवाब मिलेगा। सीएम अखिलेश ने कहा कि अभी इस योजना की शुरुआत सिर्फ 11 जिलों में हुई है, आने वाले समय में पूरे उत्तर प्रदेश में ये सुविधा लागू होगी। यूपी की पूरी जनता को ये भरोसा होगा कि 100 नंबर अगर मिलाएंगे तो 10 से 20 मिनट में पुलिस सामने खड़ी होगी। अखिलेश ने कहा, धीरे-धीरे इसकी कमियां भी दूर होंगी। उन्होंने कहा कि समाजवादियों पर विकास को लेकर कोई सवाल नहीं उठा सकता लेकिन कई बार विरोधी लोग सवाल करते थे कि कानून व्यवस्था को लेकर क्या जवाब दोगे? कम से कम आने वाले समय में ये व्यवस्था जब बहुत अच्छी हो जाएगी तो सवाल उठाने वालों को जवाब मिलेगा। इस मौके पर उन्होंने परियोजना से जुड़े सभी लोगों को धन्यवाद दिया। अखिलेश ने कहा कि इस कॉल सेंटर में सभी लड़कियां हैं। फोन करने वाले लोगों को अकसर शिकायत रहती थी कि बात करने वाले का व्यवहार नहीं अच्छा है, भाषा नहीं अच्छी है तो अब समस्या भी दूर हो जाएगी। आपको खुद महसूस होगा कि ये बदलाव समाजवादी लाए हैं।
उन्होंने एक बार फिर कहा कि काम में हमारा कोई मुकाबला नहीं कर सकता। यूपी-100 से और राज्य भी सीख लेंगे। जनता की सुरक्षा के लिए बनी इस योजना में एक रुपये प्रति व्यक्ति एक माह का खर्च है। इसके अत्याधुनिक कॉल सेंटर में 200 लोगों के बैठने और एक लाख कॉल प्रतिदिन तक रिसीव करने की व्यवस्था की गई है। एक बार में 600 फोन लाइन काम करेगी। आने वाले समय में प्रतिदिन कॉलों की संख्या दो लाख हो जाएगी। यह इंटीग्रेटेड कॉल सेंटर देश का सबसे आधुनिक सेंटर है। पहले चरण में यह योजना10 जिलों में लॉन्च होनी थी, लेकिन ऐन मौके पर रामपुर भी इसमें जुड़ गया है। रामपुर नगर विकास एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री आजम खां का क्षेत्र है। इसलिए बड़े जिलों के साथ ही इस छोटे जिले का भी नाम जोड़ दिया गया है। बाकी 10 जिले लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद, मेरठ, आगरा, वाराणसी, बरेली, गोरखपुर, मुरादाबाद व झांसी हैं।