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लखनऊ: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) से निकाले गए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के करीबी सात युवा नेताओं की पार्टी में जल्द वापसी तय है । सभी नेताओं ने शनिवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव से उनके घर पर मुलाकात की और गलती स्वीकार करते हुए माफी मांगी है । मुलायम सिंह ने उन्हें समझाया और कहा कि पार्टी के लिए मेहनत से काम करें। इसके बाद माना जा रहा है कि सभी नेताओं को पार्टी में वापस लिया जा सकता है । ज्ञात हो कि सपा में कलह के चलते प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद शिवपाल सिंह यादव ने 19 सितंबर को अखिलेश यादव के करीबी सात युवा नेताओं को पार्टी से निकाल दिया था। इनमें तीन एमएलसी आनंद भदौरिया, सुनील सिंह साजन, संजय लाठर के अलावा मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव दुबे, प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद एबाद, युवजन सभा के प्रदेश अध्यक्ष ब्रजेश यादव, समाजवादी छात्रसभा के प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय सिंह देव शामिल थे। संजय लाठर को छोड़कर सभी निष्कासित नेताओं ने सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के घर पर उनसे मुलाकात की। इन युवा नेताओं ने बिना शर्त अपना माफीनामा मुलायम सिंह को लिखकर दिया। एमएलसी आनंद भदौरिया ने कहा कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव पार्टी के संरक्षक, मुखिया और सब कुछ हैं। उन्होंने युवा नेताओं को समझाया कि पार्टी के लिए मेहनत करें. लोहिया को पढ़ें और जानें कि समाजवाद क्या है।

उन्होंने कहा, "केवल नारे देने से कोई काम नहीं होने वाला. नारे अगर देने हैं तो जनता के लिए नारे लगाओ।"

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