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नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। सरकारी खर्चे पर अपनी और अपनी पार्टी के चुनाव चिन्ह हाथी की मूर्तियां लगवाने के मामले में मायावती के खिलाफ लंबित याचिका की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट ने बंद कर दी है। सुप्रीम कोर्ट ने इसे पुराना मामला बताते हुए कहा कि अब अगर मूर्तियों को हटाने के लिए कहा गया, तो इससे भी सरकार का ही खर्च बढ़ेगा।

यह याचिका मायावती के मुख्यमंत्री रहते 2009 में रविकांत नाम के वकील और सामाजिक कार्यकर्ता ने दाखिल की थी। याचिका में लखनऊ, नोएडा समेत राज्य के कई जिलों में बन रहे अलग-अलग स्मारकों पर सवाल उठाया गया था। इन स्मारकों में बहुजन आंदोलन से जुड़े महापुरुषों के साथ मुख्यमंत्री मायावती की मूर्तियां लगवाई जा रही थीं। इसके अलावा बीएसपी के चुनाव चिन्ह हाथी की मूर्तियां भी बड़े पैमाने पर लग रही थीं।

याचिकाकर्ता ने तब इन स्मारकों में सरकारी खजाने से 2600 करोड़ रुपए लगाए जाने का आरोप लगाया था। यह पैसे मायावती और बहुजन समाज पार्टी से वसूले जाने की मांग की थी।

 

लखनऊ (जनादेश ब्यूरो): समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को आरोप लगाया कि प्रयागराज में महाकुंभ को लेकर सरकार के तमाम दावों के बावजूद वहां बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। पार्टी की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, सपा प्रमुख यादव ने कहा, श्रद्धालु परेशानियों-से गुजर रहे हैं और अपनी शिकायतें कर रहे है, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।

यादव ने दावा किया कि तीर्थयात्री पीने के पानी, भोजन और सिर पर साये के लिए तरस रहे हैं तथा बुजुर्ग श्रद्धालु कई-कई किलोमीटर तक पैदल चलने पर मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने आम श्रद्धालुओं के वास्ते सर्दी से बचाव के लिए कोई इंतजाम नहीं किया।

यादव ने कहा “कुंभ स्नान, दान और पुण्य के लिए जाना जाता है। लेकिन सरकार गरीब नाविकों की नाव पर पाबंदी लगाकर उनकी रोजी-रोटी छीनने पर उतारू हो गई। जिनका जीवन नाव चलाकर चल रहा है, उन्हीं की नावें किनारें कर दी गई हैं।”

प्रयागराज (जनादेश ब्यूरो): प्रयागराज महाकुंभ में कड़ाके की ठंड के चलते आज बड़ी संख्या में संत महात्मा और श्रद्धालु बीमार हो गए। अकेले महाकुंभ के केंद्रीय अस्पताल में इमरजेंसी के 132 मामले पहुंचे। इनमें से ज्यादातर मामले ठंड लगने और दिल का दौरा पड़ने की बीमारियों से जुड़े हुए हैं। इसके अलावा ओपीडी में भी बड़ी संख्या में लोग अपना इलाज करने के लिए पहुंचे हैं।

सरकारी अमले के मुताबिक, जो 132 लोग केंद्रीय अस्पताल की इमरजेंसी में इलाज के लिए पहुंचे, वह सभी सुरक्षित हैं।

बता दें जूना अखाड़े के अमृत स्नान के शाही जुलूस में एक महामंडलेश्वर की तबीयत अचानक बिगड़ गई। रथ पर बैठकर श्रद्धालुओं को दर्शन दे रहे इन महामंडलेश्वर को फौरन उनके भक्तों ने सीपीआर दिया। इसके बाद रथ को शाही जुलूस से किनारे कर महामंडलेश्वर को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया।

मुख्यमंत्री योगी के सलाहकार अवनीश कुमार अवस्थी ने महाकुंभ मेला 2025 पर कहा, "साल 2019 का कुंभ प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री योगी की व्यवस्थाओं के आधार पर बहुत अच्छा हुआ था, जिसमें 25 करोड़ से अधिक लोग आए थे।

प्रयागराज (जनादेश ब्यूरो): महाकुंभ में मकर संक्रांति के अवसर पर पहले शाही स्नान के दौरान संतों समेत 3.50 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखाड़ों, मेला प्रशासन, स्थानीय प्रशासन, पुलिस, स्वच्छताकर्मियों, स्वयंसेवी संगठनों एवं धार्मिक संस्थाओं, नाविकों तथा महाकुंभ से जुड़े केंद्र व प्रदेश सरकार के सभी विभागों का साधुवाद करने के साथ प्रदेशवासियों को बधाई दी है।

3.50 करोड़ संतों-श्रद्धालुओं ने स्नान का पुण्य लाभ अर्जित किया: योगी 

सीएम ने सोशल मीडिया पर मंगलवार शाम को अपने संदेश में कहा कि आस्था, समता और एकता के महासमागम 'महाकुंभ-2025, प्रयागराज' में पावन 'मकर संक्रांति' के शुभ अवसर पर पवित्र संगम में आस्था की पवित्र डुबकी लगाने वाले सभी पूज्य संतगणों, कल्पवासियों व श्रद्धालुओं का हार्दिक अभिनंदन। प्रथम अमृत स्नान पर्व पर आज 3.50 करोड़ से अधिक पूज्य संतों एवं श्रद्धालुओं ने अविरल-निर्मल त्रिवेणी में स्नान का पुण्य लाभ अर्जित किया है।

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