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बरेली: बरेली में पांच दिन की बच्ची का इलाज कराने बुधवार को जिला अस्पताल पहुंचे एक पिता को अस्पताल के डाक्टर तीन घंटे तक दौड़ लगवाते रहे। जिला अस्पताल से उन्हें महिला अस्पताल भेजा गया। महिला अस्पताल के डॉक्टरों ने फिर जिला अस्पताल भेज दिया। तीन घंटे तक पिता बच्ची के इलाज की भीख मांगता रहा, लेकिन किसी का दिल नहीं पसीजा। आखिरकार बच्ची ने पिता की गोद में ही दम तोड़ दिया। शासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. कमलेंद्र स्वरूप गुप्ता को निलंबित कर दिया है, जबकि जिला महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. अलका शर्मा के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए हैं। यह कार्रवाई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर की गई है।

थाना विशारतगंज क्षेत्र के ग्राम गोकिलगंज निवासी सुरेंद्रपाल ने बताया कि आठ माह की गर्भवती पत्नी प्रीती देवी को क्षेत्र के ही एक निजी नर्सिंगहोम में पांच दिन पहले भर्ती कराया था। सामान्य प्रसव से उसने प्री मेच्योर बच्ची को जन्म दिया। दो दिन पहले ही वह अस्पताल से छुट्टी कराकर पत्नी और बच्ची को घर ले आया। बुधवार सुबह पांच दिन की बेटी उर्वशी के स्वास्थ्य में गिरावट आने लगी।

हालत गंभीर देख उसे लेकर वह जिला अस्पताल पहुंचा। वहां उसने बच्ची को ओपीडी में बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. एसएस चौहान को दिखाया। नन्हीं बच्ची को सीने से चिपकाए सुरेंद्रपाल फिर जिला अस्पताल पहुंचा, लेकिन वहां फिर उससे महिला अस्पताल जाने को कह दिया गया।

सुरेंद्रपाल ने बताया कि दोनों अस्पतालों के चक्कर काटते हुए उसे तीन घंटे बीत गए। उसने दोनों अस्पतालों के डाक्टरों से बच्ची का इलाज करने के लिए काफी खुशामद की, लेकिन किसी का दिल नहीं पसीजा। आखिरकार बच्ची की मौत हो गई। सुरेंद्र मृत बच्ची को लेकर जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. केएस गुप्ता के दफ्तर पहुंचा और शिकायत की।

एडी हेल्थ प्रमिला गौड़ ने बताया कि उन्हें घटना की जानकारी मिल गई है। संयुक्त निदेशक डॉ. एसके अग्रवाल व डॉ. नरेंद्र को मौके पर भेज कर पूरे मामले की जांच कर तत्काल रिपोर्ट मांगी गई है। जांच रिपोर्ट मिलने पर जो भी दोषी मिलेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

इस मामले में देर रात जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. कमलेंद्र स्वरूप गुप्ता को शासन ने निलंबित कर दिया। राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि इस मामले की जानकारी होने पर मुख्यमंत्री ने कड़ा रुख अपनाते हुए जिला अस्पताल के सीएमएस को निलंबित करने और महिला चिकित्सालय की सीएमएस डा. अलका शर्मा के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।

डीएम ने चार डॉक्टरों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की भेजी रिपोर्ट डीएम वीरेंद्र कुमार सिंह के निर्देश पर एडीएम सिटी महेंद्र कुमार ने देर रात तक मामले की जांच की और डॉक्टरों से पूछताछ कर उनके बयान दर्ज किए। उनकी रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने दोषी डॉ. केएस गुप्ता, डॉ. अलका शर्मा , डॉ. सौरभ और डॉक्टर एसएस चौहान पर विभागीय कार्रवाई करने के लिए प्रमुख सचिव स्वास्थ्य प्रशांत त्रिवेदी को रिपोर्ट भेज दी।

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