फतेहपुर: जहानाबाद कस्बे के पास रविवार शाम करीब 6.30 बजे कोल्ड स्टोरेज से अमोनिया गैस के रिसाव से अफरातफरी मच गई। तेज रिसाव के साथ कुछ देर में कोल्ड स्टोरेज का ऊपर का हिस्सा ढह गया। घटना के समय 50 से ज्यादा मजदूर कोल्ड स्टोरेज में मौजूद थे। भगदड़ में पता नहीं चल पाया कि कौन निकल पाया और कौन फंसा है। देर रात करीब 6 घंटे बाद 12.20 बजे गैस का प्रभाव कम होने से प्रशासन की टीम एक्टिव हुई अौर मास्क पहनकर अंदर घुसे दमकल कर्मियों ने अंदर फंसे 10-12 मजदूरों को सकुशल निकाल लिया। इन मजदूरों को पास के ही अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। डॉक्टरों का कहना है कि सभी सुरक्षित हैं गैस की वजह से कुछ के हाथ-पैर झुलस गए हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दो किमी के इलाके में घेराबंदी कर ली। यातायात रोक कर पास के दो गांव खाली करा लिए गए। देर रात करीब 6 घंटे बाद 12.30 बजे गैस का रिसाव बंद होने पर अंदर फंसे 10-12 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। गौरतलब है कि पिछले माह ही कानपुर के शिवराजपुर में कोल्ड स्टोरेज से अमोनिया रिसने के बाद बिल्डिंग ढह गई थी जिसमें नौ लोग मारे गए थे। जहानाबाद-घाटमपुर रोड पर नारायणपुर गांव में घाटमपुर के राघवेंद्र सिंह का गरिमा कोल्ड स्टोरेज एंड आइस प्लांट है। रोज की मजदूर काम रहे थे। शाम करीब साढ़े छह बजे कोल्ड स्टोरेज से अमोनिया गैस का रिसाव शुरू हो गया।
तब किसी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। आधे घंटे के अंदर लोगों को सांस लेने में दिक्कत हुई तो अफरातफरी मच गई। खबर प्रशासन को मिली तो अफसर कोल्ड स्टोरेज की तरफ दौड़ पड़े। हवा में अमोनिया गैस फैलने के कारण पुलिस और अधिकारियों को दो किमी पहले ही रुकना पड़ा। आगे बढ़ने पर सांस लेना मुश्किल हो रहा था। प्रशासन ने तुरंत कोल्ड स्टोरेज के दोनों ओर दो किमी पहले ही यातायात रोक दिया। गांव के लोगों को किसी सुरक्षित रास्ते से बाहर निकलने को कहा गया, इससे गांव में हड़कंप मच गया। अधिकारी व पुलिस बल किसी तरह मुंह पर कपड़ा बांधकर जंगल के रास्ते कोल्ड स्टोरेज तक पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं ताकि पता चल सके कि कोई अंदर तो नहीं फंसा है। देर रात तक प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के साथ कई थानों का पुलिस बल, दमकल की कई गाड़ियां, आधा दर्जन से अधिक एंबुलेंस गांव के नजदीक तक पहुंचीं लेकिन कोई भी मौके तक नहीं पहुंच पाया। अमोनिया के तेज रिसाव के चलते कई घंटे तक कोई राहत कार्य नहीं शुरू हो पाया। रिसाव शुरू होने के साथ ही भाग कर बाहर निकले कुछ मजदूरों ने बताया कि अंदर कुछ लोग फंसे हो सकते हैं।