गोरखपुर: यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी सीएम बनने के बाद पहली बार दो दिन के गोरखपुर दौरे पर हैं । रविवार को उठते ही वे पहले गोशाला गए। गायों की सेवा की और फिर मंदिर में पूजा की। इसके बाद बाबा गंभीरनाथ के शताब्दी पुण्यतिथि समापन समारोह में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि वे बाबा गंभीरनाथ की पांचवीं पीढ़ी में शामिल हैं। जीत का मंत्र देते हुए कहा कि हर कोई अपने जीवन में जीत का सपना जरूर देखता है। सिकंदर, तुलसीदास का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी भी अकबर को राजा नहीं माना बल्कि राम की जयकार की और भगवान राम को ही अपना राजा माना। कार्यक्रम शुरू होते ही दिगम्बर अखाड़ा अयोध्या के महंत सुरेश दास ने कहा, राममंदिर का निर्माण होकर रहेगा। मंदिर निर्माण से ही प्रदेश का विकास होगा। सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत करते हैं। बातचीत से मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त होना चाहिए। वहां मस्जिद नहीं बन सकती है। दूसरा पक्ष माना तो ठीक नहीं तो कानून बनाकर मंदिर बने। भाजपा नेता हृदयनारायण दीक्षित ने कहा, बाबा गंभीरनाथ ने समय की सत्ता का अतिक्रमण किया। उनकी धारा ने पूरे देश और भारतीय संस्कृति को आगे बढ़ाया। गोरख स्तुति के साथ ही इस समारोह की शुरुआत हुई। मंच पर बतौर मुख्य वक्ता भाजपा के वरिष्ठ नेता हृदय नारायण दीक्षित, रामेश्वर चौरसिया, अयोध्या दिगम्बर अखाड़ा के महंत सुरेश दास, गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो पृथ्वीश नाग, सिद्धार्थ विश्वविद्यालय के कुलपति रजनीकांत पांडेय, महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के उपाध्यक्ष प्रो.यू. पी. सिंह मौजूद हैं।
कार्यक्रम स्थल गुरु दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार में प्रवेश न कर पाए कार्यकर्ता बाहर योगी-योगी के नारे लगा रहे हैं। सभागार में 1500 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। चारों ओर लाइव टीवी स्क्रीन लगाई गई है। क्योंकि हॉल बड़ा है।