लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश की नई सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 के चुनाव में उनकी पार्टी दोबारा सत्ता में आई तो वे गंगाजल से मुख्यमंत्री आवास धुलवाएंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सीएम आवास में जाने से पहले पूजा-अर्चना कराए जाने पर यह टिप्पणी की। सपा मुख्यालय पर शनिवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बीच पत्रकारों से बातचीत में अखिलेश ने यह भी कहा कि फायर ब्रिगेड में भरकर सभी सरकारी दफ्तरों व 'आप' यानी पत्रकारों पर भी गंगाजल डलवाएंगे। पांच कालिदास मार्ग स्थित मुख्यमंत्री के सरकारी आवास के शुद्धीकरण पर कहा कि उन्हें इसका अफसोस नहीं है। कहा कि गौशाला भले ही बनाई जाए, लेकिन वे वहां पर दो मोर छोड़ आएं हैं, उन्हें भूखा न रखा जाए। पूर्व सीएम ने चुटकी लेते हुए कहा कि हमारी नेम प्लेट जनता ने हटाई है और इस सरकार में किसी का बोर्ड कोई हटा रहा है। अखिलेश ने बताया कि हार के कारणों की समीक्षा की जा रही है। भितरघातियों को चिह्नित कर उन पर कार्रवाई की जाएगी। पार्टी 15 अप्रैल से 30 सितंबर तक सदस्यता अभियान चलाएगी। पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव 30 सितंबर से पहले कर लिया जाएगा। अखिलेश ने भविष्य में किसी महागठबंधन की संभावना पर कहा कि इस पर अभी कुछ नहीं कह सकते, अभी हमारा कांग्रेस से गठबंधन है।
पत्रकारों से यह जरूर कहा कि 'मुझे अब उस दिन का इंतजार होगा जब आप लोग यूपी में होने वाली हत्या-रेप की घटनाओं पर उसी तरह योगी की फोटो के साथ खबरें दिखाएंगे जैसे मेरी दिखाया करते थे।' अखिलेश ने कहा कि अभी तक नई सरकार ने कैबिनेट नहीं की है। हमने लखनऊ में मेट्रो चलवा दी है और नई सरकार द्वारा गोरखपुर और झांसी में मेट्रो चलवाने का उन्हें इंतजार रहेगा। कहा, केवल झाड़ू लगाई जा रही है। हमें नहीं मालूम था कि हमारे अधिकारी इतनी अच्छी झाड़ू लगाते हैं। हमें मालूम होता तो हम भी खूब झाडू लगवाते। बूचड़खाने बंद कराने की नई सरकार की मुहिम पर कहा कि हमारे शेर बहुत भूखे हैं, नजदीक मत जाना? उन्होंने कहा कि योगी जी उम्र में भले ही आप बड़े होंगे, लेकिन काम में बहुत पीछे हैं। डायल 100 व 1090 का स्टिकर बदल कर एंटी रोमियो दल बनाया गया। चुटकी लेते हुए कहा कि कुछ अफसर तो यह भी कह रहे हैं की आंखे देखकर बता देंगे कि कौन रोमियो है। इस अभियान की किरकरी होने पर अब कह रहे हैं कि युवा जोड़ों को परेशान नहीं किया जाएगा। विधानसभा चुनाव में ईवीएम में गड़बड़ी की बातें हर तरफ से आ रही है। बसपा व अन्य विरोधी दल भी कह रहे हैं कि विधानसभा चुनाव ईवीएम में गड़बड़ी करके जीता गया है। कुछ गांव वाले उन्हें लिखकर देने को तैयार हैं कि उन्होंने वोट किसी को दिया और पड़ा कहीं और। चुनाव आयोग को संज्ञान लेकर जांच करानी चाहिए। अखिलेश ने कहा कि एक विशेष जाति वर्ग के अफसरों को परेशान किया जा रहा है। उनकी सरकारी में यह बात आई थी कि विशेष जाति वर्ग के लोगों को तैनाती दी जा रही है। राज्यपाल ने भी टोका था कि सब जगह एक जाति के अधिकारी तैनात हैं। तब उन्होंने राज्यपाल को प्रदेश में अफसरों की तैनाती की सूची दे दी थी।