ताज़ा खबरें
महाराष्ट्र के नतीजे पर उद्धव बोले- 'यह सिर्फ एक लहर नहीं, सुनामी थी'
संसद में वायनाड के लोगों की आवाज बनूंगी: चुनाव नतीजे के बाद प्रियंका
झारखंड में 'इंडिया' गठबंधन को मिला बहुमत, जेएमएम ने 34 सीटें जीतीं
पंजाब उपचुनाव: तीन सीटों पर आप और एक पर कांग्रेस ने की जीत दर्ज

बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने अपने दिल्ली दौरे को सफल करार देते हुए कहा कि पार्टी नेतृत्व ने उन्हें मुख्यमंत्री पद पर बने रहने को कहा है और राज्य में नेतृत्व परिवर्तन के विषय पर कोई चर्चा नहीं हुई। नई दिल्ली से लौटने के बाद येदियुरप्पा ने कहा, ‘केंद्रीय नेताओं ने मुझे मुख्यमंत्री पद पर बने रहने और पार्टी को मजबूत करने को कहा है। यह हमारा कर्तव्य है कि हम समय-समय पर उनके निर्देशों का अनुपालन करें। नेतृत्व परिवर्तन का सवाल ही नहीं है।'

इससे पहले दिन में येदियुरप्पा ने उनके द्वारा मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की खबरों का खंडन करते हुए कहा था कि इसमें ‘कोई सच्चाई नहीं है।' वैकल्पिक नेतृत्व पर किसी तरह की चर्चा से इंकार करते हुए येदियुरप्पा ने जोर देकर कहा कि भाजपा में योग्य नेताओं की कोई कमी नहीं है। हालांकि, साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी ने उन्हें जिम्मेदारी दी है और वह सभी को साथ लेकर पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करेंगे।

नई दिल्ली: कर्नाटक के सीएम बी एस येदियुरप्पा ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और मेकेदातु बांध परियोजना के साथ राज्य के विकास से जुड़ी लंबित परियोजनाओं के जल्द क्रियान्वयन करने का आग्रह किया। राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच दिल्ली पहुंचे मुख्यमंत्री से जब इस बारे में सवाल किया तो येदियुरप्पा ने कोई सीधा जवाब नहीं दिया। उन्होंने हंसते हुए पत्रकारों से कहा, मैं नहीं जानता। आप ही बताओ।

मुख्यमंत्री ने कहा, मैंने प्रधानमंत्री से राज्य के कुछ विकास कार्यो को जल्द क्रियान्वित करने का आग्रह किया। वह इस पर सहमत हो गए हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या मेकेदातु बांध परियोजना पर भी प्रधानमंत्री से चर्चा हुई, येदियुरप्पा ने कहा, सभी मुद्दों पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि बंगलूरू लौटने से पहले वह शनिवार को सारी जानकारी विस्तृत रूप से साझा करेंगे। प्रधानमंत्री से मुलाकात से पहले येदियुरप्पा ने दिल्ली पहुंचने पर कर्नाटक भवन में पत्रकारों को बताया कि वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत अन्य केंद्रीय मंत्रियों से भी मुलाकात करेंगे।

बंगलूरू: कर्नाटक विधानसभा में विपक्षी कांग्रेस के विधायकों ने अशोभनीय आचरण के लिए उनके एक सहयोगी को सदन से निलंबित किए जाने का शुक्रवार को विरोध किया। कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही बाधित हुई। कांग्रेस के सदस्यों ने पार्टी विधायक के निलंबन को वापस लेने की मांग की। कांग्रेस विधायक बीके संगमेश को सदन में अपनी कमीज उतारने के लिए 12 मार्च तक विधानसभा से गुरुवार को निलंबित कर दिया गया था। विधानसभा में गुरुवार को कांग्रेस विधायकों ने 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' विषय पर विशेष चर्चा कराने के विधानसभा अध्यक्ष वीएच कागेड़ी के फैसले का विरोध किया था।

उल्लेखनीय है कि कांग्रेस विधायकों ने 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' को आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) का एजेंडा बताते हुए स्पष्ट किया था कि वे इस विषय पर चर्चा नहीं होने देंगे। सदन में शुक्रवार को कांग्रेस विधायकों ने संगमेश के निलंबन को वापस लेने की मांग की और वे अध्यक्ष के आसन के निकट आ गए।

बेंगलुरु: कर्नाटक की राजनीति में सेक्स सीडी ने बवाल मचा दिया है। इस सीडी में कथित तौर पर कर्नाटक के जल संसाधन मंत्री रमेश जारकीहोली एक महिला के साथ नजर आ रहे हैं। सामाजिक कार्यकर्ता दिनेश कल्लाहल्ली ने सीडी जारी करते हुए आरोप लगाया कि मंत्री रमेश जारकीहोली ने महिला का नौकरी दिलाने के नाम पर यौन शोषण किया। हंगामा बढ़ते देख रमेश जारकीहोली बुधवार को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।

आरोपी मंत्री बोले- मामले की निष्पक्ष जांच हो

सेक्स सीडी कांड में आरोपी मंत्री रमेश जारकीहोली ने मंत्री पद से इस्तीफा देते हुए मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा। इसमें कहा, ''मुझ पर लगे आरोपों का सच्चाई से कोई वास्ता नहीं है। मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। मैं नैतिक आधार पर इस्तीफा दे रहा हूं।' 'इससे पहले, जारकीहोली ने कहा कि यह मेरे खिलाफ एक राजनीतिक साजिश है। यह सीडी फर्जी है। इसकी पूरी जांच होनी चाहिए। अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिए। वे किसी को नहीं जानते।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख