बंगलूरू: कर्नाटक विधानसभा में विपक्षी कांग्रेस के विधायकों ने अशोभनीय आचरण के लिए उनके एक सहयोगी को सदन से निलंबित किए जाने का शुक्रवार को विरोध किया। कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही बाधित हुई। कांग्रेस के सदस्यों ने पार्टी विधायक के निलंबन को वापस लेने की मांग की। कांग्रेस विधायक बीके संगमेश को सदन में अपनी कमीज उतारने के लिए 12 मार्च तक विधानसभा से गुरुवार को निलंबित कर दिया गया था। विधानसभा में गुरुवार को कांग्रेस विधायकों ने 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' विषय पर विशेष चर्चा कराने के विधानसभा अध्यक्ष वीएच कागेड़ी के फैसले का विरोध किया था।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस विधायकों ने 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' को आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) का एजेंडा बताते हुए स्पष्ट किया था कि वे इस विषय पर चर्चा नहीं होने देंगे। सदन में शुक्रवार को कांग्रेस विधायकों ने संगमेश के निलंबन को वापस लेने की मांग की और वे अध्यक्ष के आसन के निकट आ गए।
नेता प्रतिपक्ष सिद्धारमैया ने विधानसभा अध्यक्ष से संगमेश के निलंबन को वापस लेने का आग्रह किया। संगमेश का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के लिए उन्हें निलंबित करने का निर्णय सही नहीं है। उन्होंने मांग की कि अपनी शक्तियों का उपयोग करते हुए अध्यक्ष को निलंबन रद्द करना चाहिए।
वहीं, भाजपा ने अशोभनीय आचरण का बचाव करने के लिए कांग्रेस व सिद्धारमैया की निंदा की। कानून और संसदीय कार्य मंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा, अध्यक्ष ने संगमेश को बताया था कि झूठे मामलों के बारे में उनके नोटिस को सुना जाएगा, लेकिन फिर भी उन्होंने कमीज उतारकर अनुचित व्यवहार किया।
सिद्धारमैया ने कहा कि 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' आरएसएस का एजेंडा है। उन्होंने कहा कि हम यह नहीं होने देंगे। इसके बाद कुछ समय के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी गई। कार्यवाही फिर शुरू होने पर भी कांग्रेस सदस्यों का हंगामा जारी रहा और अध्यक्ष ने कार्यवाही दोपहर के भोजन तक स्थगित कर दी।
बता दें कि बजट सत्र की शुरुआत में चार और पांच मार्च को ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ पर चर्चा प्रस्तावित थी।