बेंगलुरु: अवैध बूचड़खाने का निरीक्षण करना न्यायालय कमिशनर और एनजीओ सदस्य से युक्त दल को भारी पड़ गया। जब दल डोड्डा बेट्टाहली क्षेत्र में मौजूद बूचड़खाने का निरीक्षण करने पहुंचा तो अधिकारियों पर हमला कर दिया गया।
इन लोगों के साथ अभद्र भाषा का उपयोग भी किया गया। दल में पुलिसकर्मचारी, कोर्ट कमिशनर, अभिभाषक, एनजीओ के सदस्य आदि शामिल थे। जांच दल ने जांच के दौरान यह पाया कि एसएस गैराज में ही बूचड़खाना संचालित किया जा रहा था। बूचड़खाने में करीब 15 गायें, बैल और बछड़े आदि बांधे गए थे।
जब दल यहां कार्रवाई करने पहुंचा तो लगभग ढाई सौ लोग उन्हें कार्रवाई करने से रोकने के लिए पहुंचे। दल के सदस्यों के साथ इन लोगों ने अभद्र व्यवहार करना प्रारंभ कर दिया। जांच दल जिन वाहनों से आया था उन पर पथराव किया गया और वाहनों के कांच तक फोड़ दिए गए। हालांकि इस मामले में जांच की जा रही है और फिलहाल कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
गौरतलब है कि उत्तरप्रदेश, बिहार में स्लाटर हाउसेस को लेकर बड़े पैमाने पर कार्रवाई की जा चुकी हैं। यहां अवैध स्लाटर हाउसेस बंद किया जा चुका है। इसी तरह से अन्य राज्यों में भी अवैध स्लाटर हाउसेस पर कार्रवाईयां की जा रही हैं।