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कोच्चि: केरल हाईकोर्ट ने पिछले महीने गिरफ्तार हुए युवक की जमानत याचिका खारिज करते हुए कहा कि सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर विरोध प्रदर्शन अस्वीकार्य है। कोच्चि के रहनेवाले गोविंद मधुसूदन की जमानत याचिका खारिज करते हुए हाईकोर्ट की पीठ ने कहा- “सबरीमाला में विरोध प्रदर्शन अस्वीकार्य है क्योंकि यह सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ है।” हाईकोर्ट ने कहा- “अगर जमानत याचिका पर विचार किया तो इससे गलत संदेश जाएगा और दोबारा ऐसी घटनाएं होंगी।”

मधुसूदन की गिरफ्तारी उस वक्त हुई जब वे 10 से 50 आयु वर्ग की महिलाओं के मंदिर में प्रवेश पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने 3500 से भी ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है और करीब 540 केस दर्ज किए गए हैं। इसके साथ ही, लगभग 100 लोग अभी भी न्यायिक हिरासत में बंद हैं। पिछले महीने प्रदर्शनकारियों ने 12 महिला श्रद्धालुओं को मंदिर के अंदर प्रवेश करने से रोक दिया था। ऐसा ही विरोध प्रदर्शन उस वक्त देखने को मिला जब 5 नवंबर को एक दिन के लिये मंदिर खुला था।

नई दिल्ली: केरल में साक्षरता परीक्षा में 98 प्रतिशत अंक लाकर टॉप करने वाली शीर्ष स्थान हासिल करने वाली 96 साल की दादी कार्त्यायनी अम्मा को केरल सरकार ने सम्मान के तौर पर एक लैपटॉप दिया है। कुछ ही दिन पहले कार्त्यायनी अम्मा ने कम्प्यूटर सीखने की इच्छा जतायी थी। सरकार द्वारा संचालित केरल राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण की प्रमुख पहल 'अक्षरालक्ष्यम कार्यक्रम में अम्मा न केवल सबसे उम्रदराज प्रतिभागी थीं बल्कि उन्होंने 100 में से 98 नंबर लाकर शीर्ष स्थान भी हासिल किया। इस उपलब्धि के लिये सराहना के तौर पर राज्य के शिक्षा मंत्री सी. रवीन्द्रनाथ ने बुधवार को अलपुझा जिले के चेप्पड़ गांव में अम्मा के घर जाकर उन्हें एक नया लैपटॉप दिया।

केरल के पारंपरिक परिधान साड़ी पहने हुए अम्मा ने मंत्री से यह उपहार लिया। इस दौरान उनके चेहरे पर चिरपरिचित मनमोहक मुस्कान थी। केरल के शिक्षा मंत्री खुद एक सेवानिवृत्त प्रोफेसर हैं। पहले जब उनसे पूछा गया था कि क्या वह कंप्यूटर सीखना चाहती हैं, तब उनका जवाब था ''अगर मिलेगा, तो जरूरी सीखूंगी।

पंबा: केरल के सबरीमाला मंदिर (सबरीमला मंदिर) में अभी भी 10 से 50 साल की उम्र की महिलाओं के प्रवेश को लेकर घमासान जारी है। मंगलवार की सुबह प्रदर्शन कर रहे श्रद्धालुओं ने मीडिया के लोगों को निशाना बनाया, जिसमें एक फोटो पत्रकार घायल हो गया। बता दें कि सन्निधानम या मंदिर के अंदर वाले आंगन में मंदिर द्वारा प्रतिबंधित आयु वर्ग की एक महिला के प्रवेश की खबरों के बाद सैकड़ों प्रदर्शनकारी जमा हो गए। प्रदर्शनकारियों को ऐसी खबर मिली कि एक महिला ने मंदिर में घुसने का प्रयास किया था, जिसके बाद वहां अशांत स्थिति उत्पन हो गई।

सबरीमाला मंदिर के खुलने के दूसरे दिन भी मासिक धर्म की उम्र सीमा में आने वाली महिलाओं के प्रवेश के खिलाफ में प्रदर्शन जारी है। पुलिस ने बाद में पुष्टि की कि 52 साल की महिला ने मंदिर परिसर में प्रवेश करने की कोशिश की। पुलिस पूरी सुरक्षा के साथ पुलिस स्टेशन महिला और उसके बेटे को ले गई। प्रदर्शन के बीच पत्रकारों पर पंबा बेस कैंप के पास हमले किए गये। जिसमें एक कैमरापर्सन घायल हो गया। सोमवार को इस इलाके में कानून-व्यवस्था कायम करने के लिए मंदिर परिसर में 20 कमांडो टीम और करीब 100 महिला पुलिसकर्मियों के साथ-साथ एक हजार सुरक्षाबलों को तैनात किया गया था।

सबरीमाला: भगवान अयप्पा का सबरीमाला मंदिर शाम पांच बजे खुल गया है। इसके मद्देनजर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। सुप्रीम कोर्ट के 28 सितंबर के फैसले के बाद से महिलाओं के मंदिर में प्रवेश को लेकर व्यापक विरोध प्रदर्शन हुआ। सुबह आठ बजे पुलिस ने बैरिकेड हटाए और पांबा से श्रद्धालुओं को यात्रा करने की इजाजत दी। निलक्कल और एरुमेली में सैकड़ों श्रद्धालु बहस करते हुए दिखाई दिए क्योंकि उन्होंने लगातार आगे बढ़ने पर पुलिस की बाधाओं का सामना करना पड़ रहा था। श्रद्धालु जब गर्भगृह पहुंचने का प्रयास कर रहे थे, तो उनसे उनके पहचान पत्रों की जांच कराने व सवालों के जवाब देने का आग्रह किया गया। गर्भगृह मंगलवार रात 10 बजे बंद होगा।

एरुमेली में सभी श्रद्धालुओं के वाहनों को रोका गया। केरल राज्य परिवहन निगम के बस डिपो पहुंचने पर श्रद्धालुओं ने विरोध किया और भगवान अयप्पा के नारे लगाए। उन्होंने पहाड़ी पर स्थित मंदिर के लिए आगे बढ़ने हेतु परिवहन की मांग की। एक गुस्साए प्रदर्शनकारी ने कहा, “हमें रविवार रात से इंतजार करने को कहा गया है।

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