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तिरुवनंतपुरम: सबरीमला में महिलाओं के प्रवेश के मुद्दे पर पिछले 11 दिनों से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर चल रहीं केरल की भाजपा राज्य महासचिव शोभा सुरेंद्रन को उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया। पार्टी सूत्रों ने बताया कि बाद में उन्हें जनरल अस्पताल ले जाया गया। भगवान अयप्पा मंदिर की परंपरा और धार्मिक रीति-रिवाज की रक्षा की मांग करते हुए भाजपा की केरल इकाई ने राज्य सचिवालय के बाहर तीन दिसंबर से क्रमिक भूख हड़ताल शुरू की है।

उच्चतम न्यायालय द्वारा 28 सितंबर को सभी उम्र की महिलाओं के अयप्पा मंदिर में प्रवेश की मंजूरी दिए जाने के फैसले को लागू करने के राज्य सरकार के निर्णय के बाद यहां हिंसक प्रदर्शन हुए हैं। प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष एन शिवराजन ने शुक्रवार को क्रमिक भूख हड़ताल किया था।

तिरूवनंतपुरम: भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से ‘वन मैन शो' और ‘टू मेन आर्मी' के खिलाफ हैं। सिन्हा केंद्र की भाजपा नीत सरकार तथा उसकी नीतियों के खिलाफ अक्सर तीखी टिप्पणी करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसी लोकतंत्र में पार्टी किसी व्यक्ति से बड़ी होती है, लेकिन राष्ट्र पार्टी से बड़ा होता है। सिन्हा ने कहा, इसलिए, मैंने जो कुछ कहा है और किया है, वह राष्ट्रीय हित में है और निश्चित रूप से खुद के हित में नहीं है। अब तक, मैंने कभी भी अपने लिए किसी लाभ या कुछ और की बात नहीं की है।

वह यहां कांग्रेस सांसद शशि थरूर द्वारा लिखी गयी किताब ‘दि पैराडाक्सिकल प्राइम मिनिस्टर, नरेंद्र मोदी एंड हिज इंडिया' के विमोचन के मौके पर बोल रहे थे। भाजपा नेता ने कहा कि देश के लोगों को रोजगार तथा बेहतर सुविधाओं की जरूरत है, न कि वादों और जुमलों की। उन्होंने कहा, मैं 15 लाख रुपये के बारे में बात करने के खिलाफ नहीं हूं। मैं उनके (मोदी) खिलाफ नहीं हूं। मैं व्यक्तिगत रूप से वन मैन शो और टू मेन आर्मी के खिलाफ हूं। वे देश को चला रहे हैं। यह किस प्रकार की स्थिति है।

सबरीमाला: भगवान अयप्पा के मंदिर तक पहुंचने के लिए सबरीमाला पहाड़ी की चढ़ाई करने की कोशिश करने वाली दो महिलाओं को श्रद्धालुओं के विरोध के कारण दर्शन किए बिना ही लौटना पड़ा। मल्लपुरम की रहने वाली बिंदु और कन्नूर निवासी कनकदुर्गा नामक महिलाएं सुबह करीब चार बजे पंबा पहुंची थीं। इन दोनों महिलाओं को सन्निधानम (मंदिर परिसर) से एक किलोमीटर पहले अप्पाचीमेदु और मराकूटम में श्रद्धालुओं के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। अयप्पा के भजन गाते और नारे लगाते हुए एक हजार से अधिक तीर्थयात्रियों ने मानव दीवार बनाकर उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया।

पुलिस की सुरक्षा में आगे बढ़ रही महिलाओं के साथ करीब एक घंटे तक उनकी नोंकझोंक चली। पुलिस ने ‘वापस जाओ’ चिल्ला रहे और अयप्पा मंत्रोच्चारण कर रहे श्रद्धालुओं को हटाने की कोशिश की, लेकिन वे किसी भी सूरत में पीछे हटने को तैयार नहीं हुए। अशांत श्रद्धालुओं के कारण माहौल तनावपूर्ण हो गया।

तिरुवनंतपुरम: केरल के सबरीमाला मंदिर विवाद पर एक बार फिर तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। रविवार सुबह भगवान अयप्पा के दर्शन के लिए 11 महिलाओं ने जंगल के रास्ते से जाने की कोशिश की। इन महिलाओं की उम्र 50 साल से कम बताई जा रही है। लेकिन वह प्रदर्शनकारियों के रहते हुए मंदिर में प्रवेश नहीं कर पाईं। प्रदर्शनकारी वहां विरोध में मंत्रों का जाप कर रहे थे। चेन्नई स्थित मैनिथी नामक संगठन से आने वाली ये महिलाएं अब पंबा में सड़क पर बैठ गई हैं। इनकी सुरक्षा के लिए वहां पुलिस भी मौजूद है। पथानामथिट्टा जिले के मजिस्ट्रेट ने तनाव को देखते हुए 27 दिसंबर तक धारा 144 बढ़ा दी है।

महिलाओं के इस समूह के आगे अयप्पा श्रद्धालु प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे कई श्रद्धालुओं को पुलिस ने हिरासत में भी ले लिया है। बता दें सबरीमाला मंदिर में 10-50 आयु वर्ग की महिलाओं के आने पर बहुत पुराने समय से प्रतिबंध लगा हुआ है। लेकिन देश के सुप्रीम कोर्ट ने अपना ऐतिहासिक फैसला देते हुए सभी महिलाओं पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया।

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