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कोच्चि: कोच्चि में समुद्र किनारे बने दो लग्जरी अपार्टमेंट के 150 फ्लैट्स को शनिवार (आज) गिराया गया। धमाके के साथ चंद मिनटों में ये इमारत जमींदोज हो गई। इसके चलते आसपास के इलाके को खाली कराया गया था। इतना ही नहीं जल और वायु क्षेत्र में धारा 144 लगाई गई है। आपको बता दें कि तटीय नियमन क्षेत्र मानदंडों का उल्लंघन कर ये दो अपार्टमेंटों बनाए गए थे जिनको शनिवार को गिराया जाएगा। वहीं पुलिस महानिरीक्षक विजय सखारे ने इलाके में ड्रोन उड़ाने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त आपराधिक एवं कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है क्योंकि यह इलाका 'बेहद खतरनाक' है।

सखारे ने कहा, इस खास कदम की अनोखी विशिष्टता यह है कि गिराए जाने वाले फ्लैटों के आस-पास के इलाकों में सुबह आठ बजे से शाम चार बजे तक जमीन पर, पानी में और वायु क्षेत्र में धारा 144 लागू की जाएगी। उन्होंने कहा कि जल क्षेत्र की निगरानी तटीय पुलिस की नौकाएं करेंगी, जमीन पर 500 पुलिसकर्मियों के साथ ही भीड़ और यातायात को नियंत्रित करने के लिए 300 'स्ट्राइकर दल होंगे और किसी ड्रोन को उड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी।

नई दिल्ली: केरल में पिनराई विजयन के नेतृत्व वाली सरकार ने हाल ही में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को रद्द करने की मांग वाले प्रस्ताव को राज्य विधानसभा से पारित करवा लिया है। साथ ही उनका कहना है कि केरल में यह कानून लागू नहीं होगा। इसे लेकर राज्य के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का कहना है कि इसका कोई कानूनी आधार नहीं हैं। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद ने प्रस्ताव को लेकर कहा, 'इस प्रस्ताव का कोई कानूनी या संवैधानिक आधार नहीं है क्योंकि नागरिकता संशोधन कानून पूरी तरह से केंद्र का विषय है। इसका असल में कोई मतलब नहीं है।'

प्रस्ताव को पेश करते हुए विजयन ने कहा था कि सीएए धर्मनिरपेक्ष नजरिए और देश के ताने बाने के खिलाफ है तथा इसमें नागरिकता देने में धर्म के आधार पर भेदभाव होगा। विधानसभा में केरल के मुख्यमंत्री ने कहा था, 'केरल में धर्मनिरपेक्षता, यूनानियों, रोमन, अरबों का एक लंबा इतिहास रहा है। हर कोई हमारी भूमि पर पहुंचा है। ईसाई और मुस्लिम शुरुआत में केरल पहुंच गए थे। हमारी परंपरा समावेशिता की है। हमारी विधानसभा को इस परंपरा को जीवित रखने की आवश्यकता है।'

कोझीकोड़: केरल में 14 साल के दौरान एक ही परिवार के छह लोगों की हत्या के सनसनीखेज मामले में पुलिस ने बुधवार को यहां पहला आरोप पत्र दायर किया। आरोप पत्र में जॉली जोसेफ को मुख्य अभियुक्त के रूप में नामजद किया गया है जिसने कथित रूप से उन्हें जहर दिया था। पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) केजी सिमोन ने बताया कि मुख्य आरोपी जॉली के पति रॉय थॉमस की हत्या के मामले में तीन अन्य लोग भी आरोपी हैं। इनमें जॉली के करीबी मित्र एमएस मैथ्यू, प्राजी कुमार और माकपा के पूर्व कार्यकर्ता के मनोज के नाम शामिल हैं।

रॉय की 30 दिसंबर, 2011 को सायनाइड युक्त खाना खाने से मौत हो गई थी, जिसे लेकर पिछले साल पांच अक्टूबर को जॉली और दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया था जब विशेष जांच दल ने रॉय के अमेरिका स्थित भाई की शिकायत के बाद 2002 से 2016 के बीच हुई छह मौतों की जांच शुरू की थी। इससे पहले, रॉय की मां अन्नम्मा थॉमस की 2002 और उनके पिता टॉम थॉमस की 2008 में मौत हो गई थी।

तिरुवनंतपुरम: केरल विधानसभा ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को रद्द करने की मांग वाला प्रस्ताव पारित किया है। सत्तारूढ़ सीपीएम के नेतृत्व वाले गठबंधन एलडीएफ और कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी गठबंधन यूडीएफ ने विधानसभा में सीएए के विरोध में पेश प्रस्ताव का समर्थन किया, जबकि भाजपा के एकमात्र सदस्य ने इसका विरोध किया। केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन ने पहले ही घोषणा की थी कि उनकी सरकार संशोधित नागरिकता कानून और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) को अपने राज्य में लागू नहीं करेंगे। विधानसभा में मंगलवार को प्रस्ताव पेश करके इसे एक के मुकाबले 138 मतों से पास करवाकर उन्होंने अब केंद्र सरकार पर दबाव बढ़ा दिया है।

विजयन ने कहा कि केंद्र को अपने संकीर्ण और भेदभाव वाले रवैये को त्यागकर सबके साथ समान व्यवहार करना चाहिए। केरल विधानसभा देश की पहली ऐसी विधानसभा है जिसने सीएए लागू करने और जनसंख्या रजिस्टर बनाने की कवायद के विरोध में ऐसा प्रस्ताव पास किया है। 139 सदस्यों वाली विधानसभा में लेफ्ट फ्रंट के पास बहुमत है। इसके अलावा उसे कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूडीएफ का भी साथ मिला है।

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