ताज़ा खबरें
अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर को सुप्रीम कोर्ट से मिली सशर्त जमानत
बीजेपी के अमित मालवीय और अर्नब गोस्वामी के खिलाफ एफआईआर दर्ज

नई दिल्ली: केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को भारतीय इतिहास कांग्रेस के एक कार्यक्रम में भाषण के दौरान विरोध का सामना करना पड़ा। यह घटना कन्नूर विश्वविद्यालय में हुई जहां राज्यपाल इतिहास कांग्रेस के 80 वें सत्र का उद्घाटन कर रहे थे। कार्यक्रम में जब गवर्नर आरिफ खान देश के विभिन्न हिस्सों में सीएए के विरोधी आंदोलन के बारे में बोल रहे थे तभी प्रतिनिधियों ने विरोध किया। जिसके बाद गर्वनर ने कहा कि आपको विरोध करने का पूरा अधिकार है। लेकिन आप मुझे चुप नहीं करा सकते।

खान ने बार-बार कहा है कि सामने बैठे कुछ प्रतिनिधियों ने सभागार के अंदर विरोध किया। उन्होंने कहा कि जब आप बहस और चर्चा के लिए दरवाजा बंद करते हैं तब आप हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं। दूसरे राज्यों के विश्वविद्यालयों से आए कुछ छात्रों ने तख्तियां लेकर नारे लगाए, जिन्हें पुलिस ने हटा दिया। भारतीय इतिहास कांग्रेस के सचिव ने इस घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि कुछ प्रतिनिधि शांति से खड़े थे और तख्तियां पकड़े हुए थे। जिन्हें पुलिस ने पकड़ लिया था। खान का भाषण समाप्त होने के बाद कुछ प्रतिनिधियों ने केरल के राज्यपाल के खिलाफ नारे भी लगाए।

वहीं कार्यक्रम में पहुंची एक महिला प्रतिनिधि जिसे पुलिस की जीप में रखा गया था, ने आरोप लगाया कि पुलिस के जवान धक्का दे रहे थे, जो कि सही नहीं है।

बता दें कि सीएबी के संसद में पास होने और राष्ट्रपति की महुर लगने के बाद नागरिक संशोधन कानून (सीएए) बन गया है। जिसके आधार पर पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में धार्मिक उत्पीड़न के कारण वहां से भागकर आए हिंदू, ईसाई, सिख, पारसी, जैन और बौद्ध धर्म को मानने वाले लोगों को CAA के तहत भारत की नागरिकता दी जाएगी।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख