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हेमंत सोरेन ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, 28 को लेंगे शपथ

सूरत: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को दावा किया कि उनकी सरकार द्वारा की गई नोटबंदी के कारण मकानों की कीमतों में कमी आई और आकांक्षी युवाओं के लिए किफायती दरों पर अपना मकान खरीदना संभव हो सका। मोदी ने यह भी कहा कि उन्होंने अब तक जितने काम किए हैं, यदि उतने काम पिछली सरकार को करने होते तो उसे ‘‘और 25 साल’’ का वक्त लग गया होता। सूरत हवाई अड्डे के नए टर्मिनल के विस्तार की आधारशिला रखने के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘मुझसे पूछा गया कि नोटबंदी के फैसले से क्या फायदा हुआ। यह तो आपको युवाओं से पूछना चाहिए, जो इस फैसले के बाद किफायती दरों पर रिहायशी मकान खरीद सके। रियल एस्टेट क्षेत्र में काला धन रखा जाता था, लेकिन नोटबंदी और ‘रेरा’ (रियल एस्टेट नियामक अधिकरण) जैसे फैसलों से हमने इस पर लगाम लगाई।’’

उन्होंने नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ‘उड़ान’ (उड़े देश का हर नागरिक) योजना की तारीफ करते हुए कहा कि इससे आम लोगों के लिए उड़ान भरना काफी आसान हुआ और इससे देश के उड्डयन क्षेत्र के विकास में तेजी आएगी।

अहमदाबाद: गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला ने मंगलवार को राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) का दामन थाम लिया। वे अहमदाबाद में एनसीपी प्रमुख शरद पवार की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए। इससे पहले वाघेला ने शुक्रवार को इस बात की पुष्टि की थी कि वह जल्द ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में शामिल होंगे। वाघेला ने कहा था एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के साथ चर्चा के बाद मैंने यह फैसला लिया। मुझे लगता है कि यह अच्छी बात है। सार्वजनिक जीवन में जनता के मुद्दों को उठाने के लिए एक अच्छे मंच की जरूरत होती है। किसी को भी ऐसी चीजों के लिए ना नहीं कहना चाहिए।

गौरतलब है कि वाघेला ने 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़ दी थी। उन्होंने भाजपा के साथ अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी। लेकिन 1995 में गुजरात में भाजपा ने सत्ता में आने पर उनकी बजाय केशुभाई पटेल को मुख्यमंत्री बनाया। इससे नाराज वाघेला भाजपा से अलग हो गए और कांग्रेस का बाहर से समर्थन लेकर 1996 में गुजरात के मुख्यमंत्री बने। बाद में वह कांग्रेस में शामिल हो गए।

गांधीनगर: सुप्रीम कोर्ट के जज न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ ने रविवार को कहा कि लैंगिक समानता के लिए लड़ाई में पुरुषों की अहम भूमिका है। उन्होंने लैंगिक भूमिकाओं को लेकर बनी धारणाओं को तोड़ने पर भी जोर दिया। केरल के सबरीमाला मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं को प्रवेश की अनुमति देने वाली शीर्ष अदालत की पांच न्यायाधीशों की पीठ के सदस्य रहे न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा कि महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा और भेदभाव की समस्याएं उनके अधिकारों और मुद्दों पर लोगों की संवेदनहीनता से और भी बढ़ जाती हैं।

वह यहां गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति ए. के. सीकरी भी उपस्थित थे। चंद्रचूड़ ने कहा, ‘‘लैंगिक समानता के लिए लड़ाई अकेले महिलाएं नहीं लड़ सकतीं।’’ इसके लिए पुरुषों को अहम भूमिका निभानी होगी।

अहमदाबाद: पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल आज अपनी मंगेतर तथा बचपन की मित्र किंजल पारीख के साथ विवाह बंधन में बंध गए। विवाह से जुड़े रस्मों की शुरुआत कल ही उनके गृहनगर अहमदाबाद जिले के वीरमगाम के झालावाड़ी सोसायटी स्थित आवास पर शुरू हुई थी। यहीं से बारात निकली। 25 साल के हार्दिक की शादी किंजल के साथ सुरेन्द्रनगर जिले के दिगसर गांव के एक मंदिर में हुई। इसमें केवल परिजनों को ही शामिल किया गया था बाहर से किसी राजनेता अथवा अन्य को नहीं बुलाया गया। दिगसर किंजल का पैतृक गांव है पर उनका परिवार सूरत में रहता है। वह फिलहाल कानून की पढ़ाई कर रही हैं। दोनो की सगाई पहले ही हो चुकी थी।

हार्दिक शादी के बाद पत्नी के साथ मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा कि यह लव कम अरेंज्ड मैरेज है यानी दोनों में पहले प्रेम हुआ और छुप छुप कर मिलने का सिलसिला और अब परिवारजनों की स्वीकृति से दोनो की शादी हो गयी। उन्होंने कहा कि वह पुरूष और महिला की बराबरी के पक्षधर हैं और अपनी पत्नी के लिए भी बराबरी का भाव रखते हैं।

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