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सूरत: सूरत के एक बहुमंजिला वाणिज्यिक इमारत में शुक्रवार दोपहर भीषण आग लग गई। इस घटना के बाद इमारत में स्थित एक ‘कोचिंग सेंटर’ के छात्र जान बचाने के लिए इमारत से कूदने लगे जिससे अब तक करीब 19 बच्चों की मौत हो गई। यह दुर्घटना तक्षशिला कॉम्प्लेक्स में हुई है जो सूरत के सरथाना इलाके में स्थित है। अधिकारियों ने बताया कि आग तक्षशिला कॉम्प्लेक्स परिसर की तीसरी और चौथी मंजिल पर लगी। इस हादसे का वीडियो वायरल हुआ जिसमें छात्र इमारत की तीसरी और चौथी मंजिल से कूदते नजर आ रहे हैं।

सूरत पुलिस कमिश्नर सतीश कुमार शर्मा ने बताया, "सूरत के सरथाना इलाके में लगी आग में कम से कम 15 लोगों की जान चली गई है। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।" अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि 19 दमकल गाड़ियों को मौके पर भेजा गया और आग पर काबू पाने के लिए दो हाइड्रोलिक प्लेटफार्म भी बनाए गए हैं। स्थानीय लोग भी बचाव अभियान में अधिकारियों की मदद कर रहे हैं। दमकल अधिकारियों ने बताया कि छात्रों ने आग से बचने के लिए तीसरी और चौथी मंजिल से कूदना शुरू कर दिया था। कई घायल बच्चों को अस्पताल पहुंचाया गया है। आग पर काबू पाने की कोशिश जारी है।

अहमदाबाद: अनिल अंबानी के रिलायंस ग्रुप ने राफेल मामले में कांग्रेस नेताओं और नेशनल हेराल्ड अखबार के खिलाफ अहमदाबाद की अदालत में दायर 5,000 करोड़ रुपये के मानहानि के मुकदमे को वापस लेने का फैसला किया है। रिलायंस ने यह मुकदमा राफेल डील मामले में विवादित बयानों और लेख को लेकर किया था। अनिल अंबानी ने पिछले साल अगस्त में राफेल मामले में कांग्रेस के स्वामित्व वाले अखबार नेशनल हेराल्ड के खिलाफ ये मुकदमा दायर किया था। इन मुकदमों को अहमदाबाद के सिविल और सेशन जज पी. जे. तमकुवाला की अदालत में सुना जा रहा था।

बता दें कि अनिल अंबानी के मालिकाना हक वाली रिलायंस डिफेंस ने कांग्रेस नेता सुनील जाखड़, रणदीप सिंह सुरजेवाला, ओमन चांडी, अशोक चव्हाण, अभिषेक मनु सिंघवी, संजय निरुपम के खिलाफ सिविल मानहानि का मुकदमा दायर किया था। इसके साथ ही इसमें नेशनल हेरल्ड अखबार और इसके कुछ पत्रकार भी शामिल थे। शिकायतकर्ता के वकील राकेश पारिख ने कहा, "हमने प्रतिवादियों को सूचित किया है कि हम उनके खिलाफ मुकदमे वापस लेने जा रहे हैं।

अहमदाबाद: गुजरात के साबरकांठा जिले के एक गांव में एक दलित दूल्हे की बारात को रविवार को उस वक्त पुलिस सुरक्षा मुहैया करानी पड़ी, जब ठाकोर समुदाय के लोगों ने उसके एक स्थानीय मंदिर में पूजा करने पर आपत्ति जताई। हालांकि, पुलिस ने कहा कि बारात शांतिपूर्ण तरीके से गुजर गई। ग्रामीण भीखाभाई वानिया ने कहा कि दूल्हा अनिल के परिवार ने उस वक्त पुलिस सुरक्षा की मांग की, जब सितवडा गांव के ठाकोर समुदाय के सदस्यों ने शनिवार को बारात के गांव से गुजरने और दूल्हे के मंदिर में पूजा करने की योजना पर आपत्ति जताई।

पुलिस उपाधीक्षक मीनाक्षी पटेल ने कहा कि अनिल के परिवार ने पुलिस में एक अर्जी देकर बारात के लिए पुलिस सुरक्षा मांगी थी। उन्होंने अपनी अर्जी में कहा कि गांव के दलित सदस्यों ने आशंका जताई है कि अन्य समुदाय के सदस्य परेशानी पैदा कर सकते हैं। डीएसपी ने कहा कि हमने बारात को पुलिस सुरक्षा मुहैया कराई और बारात शांतिपूर्ण ढंग से गुजर गई। एक अन्य घटना में राज्य के अरवल्ली जिले के खामबिसार गांव के पाटीदार समुदाय के सदस्यों ने एक दलित की बारात बाधित करने के लिए मुख्य सड़क पर भजन और यज्ञ का आयोजन किया।

अहमदाबाद: सीबीआई की विशेष अदालत ने इशरत जहां कथित फर्जी मुठभेड़ मामले में पूर्व पुलिस अधिकारियों डी. जी. वंजारा और एन. के. अमीन को बृहस्पतिवार को आरोपमुक्त कर दिया। गुजरात सरकार की ओर से दोनों अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति सीबीआई को नहीं मिलने के बाद वंजारा और अमीन ने आरोपमुक्त करने की अर्जी दी थी। सीबीआई की विशेष अदालत के जज जे. के. पांड्या ने कहा कि चूंकि सरकार ने उनके खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति नहीं दी है ऐसे में उनकी आरोपमुक्त करने की अर्जी को मंजूर किया जाता है। इसलिए उनके खिलाफ चल रहा मामला खत्म किया जाता है।

दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 197 के तहत सरकारी ड्यूटी के तहत किसी भी सरकारी कर्मचारी द्वारा किए गए काम के सिलसिले में मुकदमा चलाने के लिए सरकार से मंजूरी मिलना अनिवार्य है।

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