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अहमदाबाद: गुजरात हाई कोर्ट ने सोमवार को कांग्रेस की उस याचिका को विचार के लिए स्वीकार कर लिया जिसमें विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी को पार्टी विधायक अल्पेश ठाकोर को निष्कासित करने की उसकी मांग पर शीघ्र निर्णय करने का निर्देश देने की मांग की गयी है। विधानसभा में कांग्रेस के मुख्य सचेतक अश्विन कोटवाल की ओर से दायर याचिका विचारार्थ स्वीकार करते हुए न्यायमूर्ति एस आर ब्रह्मभट्ट और ए पी ठाकेर की पीठ ने त्रिवेदी एवं ठाकोर को नोटिस जारी करते हुए मामले की सुनवाई की अगली तारीख 27 जून मुकर्रर की।

इस याचिका में कांग्रेस ने यह भी मांग की है कि जबतक इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष कोई निर्णय नहीं करते हैं तबतक विधायक के तौर पर ठाकोर को उनके अधिकारों का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं दी जाए। याचिका में कहा गया है कि इस साल अप्रैल में कांग्रेस त्रिवेदी को आवेदन सौंपकर ठाकोर को विधायक के तौर पर निष्कासित करने का आग्रह कर चुकी है लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने अबतक इस संबंध में कोई निर्णय नहीं किया है और इसी वजह से पार्टी अदालत की शरण में आयी है।

अहमदाबाद: गुजरात के जामनगर की एक अदालत ने बर्खास्त आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट (55) को लगभग तीन दशक पुराने हिरासत में मौत (कस्टोडियल डेथ) से जुड़े एक मामले में गुरुवार को उम्रकैद की सजा सुनायी। अभियोजन पक्ष के अनुसार, भट्ट ने जामनगर के तत्कालीन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के तौर पर जामजोधपुर शहर में 1990 में हुए दंगे के दौरान 100 से अधिक लोगों को हिरासत में लेने के आदेश दिये थे। हिरासत से मुक्त किये जाने के बाद इनमें से एक प्रभुदास वैष्णानी की अस्पताल में मौत हो गयी थी। उनकी हिरासत के दौरान पिटाई की गई थी। मृतक के भाई अमृत वैष्णानी ने इस मामले में भट्ट समेत आठ पुलिसकर्मियों को आरोपी बनाते हुए मामला दर्ज कराया था। अदालत ने भट्ट को दोषी ठहराते हुए गुरुवार को उम्रकैद की सजा सुनायी। एक अन्य आरोपी तथा तत्कालीन कांस्टेबल प्रवीण झाला को भी उम्रकैद की सजा दी गई।

ज्ञातव्य है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी पर गुजरात के 2002 के दंगों के दौरान दंगाई के खिलाफ पुलिस पर नरम रवैया अपनाने का आरोप लगाने वाले भट्ट को लंबे समय तक ड्यूटी से अनुपस्थित रहने के कारण 2011 में निलंबित किया गया था तथा अगस्त 2015 में बर्खास्त कर दिया गया था।

अहमदाबाद: चक्रवात वायु गुजरात के तटीय इलाकों की ओर बढ़ रहा है। गुजरात के पोरबंदर के चौपाटी बीच पर तेज हवाएं और ऊंची लहरें देखी गईं। चक्रवात गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्रों की ओर लगातार बढ़ रहा है। पश्चिमी तट पर रह रहे लोगों को एहतियाती तौर पर निकालने में आईएएफ की मदद करने के लिए एनडीआरएफ की टीमें गुजरात पहुंचनी शुरू हो गई हैं।

पीएम नरेंद्र मोदी ने गुजरात सरकार को हर संभव मदद देने की बात कही है। पीएम मोदी ने लोगों को सुरक्षित रहने के लिए स्थानीय एजेंसियों द्वारा मुहैया कराई जा रही जानकारी को फॉलो करते रहने के लिए कहा। प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा, "चक्रवात वायु से प्रभावित होने वाले सभी लोगों की सुरक्षा और हित के लिए प्रार्थना करता हूं। सरकार और स्थानीय एजेंसी जानकारी मुहैया करा रही हैं, जिसका मैं प्रभावित इलाकों में रहने वाले लोगों से अनुसरण करने का अनुरोध करता हूं।"

नई दिल्ली: ‘वायु’ चक्रवात से निपटने के लिए गुजरात प्रशासन हाईअलर्ट पर है, जिसके गुरुवार को वेरावल के पास समुद्र तट पर दस्तक देने की आशंका है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने मंगलवार को कहा कि तटीय इलाके में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जाएगा। रूपाणी ने गांधीनगर में पत्रकारों से कहा कि कच्छ से लेकर दक्षिण गुजरात में फैली समूची तटरेखा को हाईअलर्ट पर रखा गया है। मौसम संबंधी हालिया रिपोर्ट के अनुसार, चक्रवात 13 जून तक पहुंच सकता है।

ओडिशा सरकार से संपर्क

उन्होंने कहा कि ‘फेनी’ तूफान के दौरान ओडिशा में अपनाई गई आपदा प्रबंधन तकनीक को सीखने और उन्हें लागू करने के लिए गुजरात के संबंधित अधिकारी ओडिशा सरकार के संपर्क में हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘13 और 14 जून हमारे लिए बहुत अहम हैं। हमने सेना, एनडीआरएफ, तटरक्षक और अन्य एजेंसियों से राहत एवं बचाव कार्य के लिए मदद मांगी है।

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