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अहमदाबाद: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि गुजरात में पहले असामाजिक तत्व हिंसा में लिप्त होते थे और कांग्रेस उनका समर्थन करती थी। लेकिन 2002 में 'सबक सिखाने' के बाद, अपराधियों ने ऐसी गतिविधियां बंद कर दी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य में 'स्थायी शांति' कायम की। गुजरात में फरवरी, 2002 में गोधरा रेलवे स्टेशन पर एक ट्रेन में आग लगने की घटना के बाद राज्य के कई हिस्सों में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी।

शाह ने राज्य में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले खेड़ा जिले के महुधा में भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में एक रैली की। उन्होंने आरोप लगाया, ''गुजरात में कांग्रेस के शासनकाल में (1995 से पहले), अक्सर साम्प्रदायिक दंगे होते थे। कांग्रेस विभिन्न समुदायों और जातियों के सदस्यों को एक-दूसरे के खिलाफ उकसाती थी। कांग्रेस ने ऐसे दंगों के जरिए अपने वोट बैंक को मजबूत किया और समाज के एक बड़े वर्ग के साथ अन्याय किया।" शाह ने दावा किया कि गुजरात में 2002 में दंगे इसलिए हुए क्योंकि अपराधियों को लंबे समय तक कांग्रेस से समर्थन मिलने के कारण हिंसा में शामिल होने की आदत हो गई थी।

नई दिल्ली: गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए 1 दिसंबर को मतदान होना है। पहले चरण में 89 सीटों पर चुनाव लड़ने वाले कुल 788 उम्मीदवारों में से 167 उम्मीदवार आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं। इनमें आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार शीर्ष पर हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की ओर से गुरुवार को रिपोर्ट जारी की गई है। इसमें बताया गया है कि आप के 32 उम्मीदवार आपराधिक मामलों का सामने कर रहे हैं। दूसरे नंबर पर कांग्रेस और तीसरे पर भाजपा है।

आप के 36 फीसदी उम्मीदवार दागी

एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, आपराधिक मामलों वाले 167 उम्मीदवारों में से 100 पर हत्या या बलात्कार जैसे गंभीर आरोप हैं। इसके साथ ही कुल उम्मीदवारों में 21 फीसदी पर आपराधिक मामले हैं, जबकि 13 फीसदी पर गंभीर आरोप हैं। आम आदमी पार्टी (आप) कुल 89 सीटों में से 88 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। इसके 36 फीसदी उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।

अहमदाबाद: गुजरात विधानसभा चुनाव बीजेपी के लिए प्रचार करने आए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राहुल गांधी पर एक विवादास्पद बयान दे दिया। जिसे लेकर हंगामा मच गया है। कुबेरनगर में रैली के दौरान हिमंत बिस्वा सरमा ने राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला। उन्होने कहा कि राहुल गांधी इन दिनों इराक के तानाशाह सद्दाम हुसैन जैसे दिखने लगे हैं। हालांकि, कांग्रेस ने इस बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए सरमा को दो टूक जवाब भी दिया है।

राहुल गांधी पर तंज कसते हुए हिमंत सरमा ने कहा, 'गांधी वंशज की छवि महात्मा गांधी या सरदार पटेल जैसी होनी चाहिए न कि पूर्व इराकी राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन जैसी। अभी मैंने देखा है कि उनका(राहुल गांधी) चेहरा भी बदल गया है। वे आजकल इराक के तानाशाह सद्दाम हुसैन की तरह दिखने लगे हैं। चेहरा बदलना कोई बुरी बात नहीं है। आपको अगर चेहरा बदलना ही है तो वल्लभ भाई पटेल, जवाहरलाल नेहरू या फिर गांधी जी जैसा कर लो, लेकिन आपका चेहरा सद्दाम हुसैन जैसा क्यों होता जा रहा है?' सरमा राहुल गांधी की बढ़ी दाढ़ी पर तंज कस रहे थे।

दाहोद (गुजरात): प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को मध्य गुजरात के जनजातीय बहुल दाहोद में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सवाल किया कि कांग्रेस यदि जनजातीय समुदाय को लेकर इतनी ही चिंतित है तो उसने राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू का समर्थन क्यों नहीं किया? मोदी ने कहा कि कांग्रेस के इस प्रकार के प्रयासों के बावजूद द्रौपदी मुर्मू जनजातीय लोगों के आशीर्वाद से राष्ट्रपति बनीं।

राहुल गांधी की अगुवाई में जारी कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, "एक आदमी सत्ता में वापसी करने के लिए पैदल यात्रा कर रहा है। अपने भाषणों में वह जनजातीय समुदाय की बात करता है। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि कांग्रेस ने राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा की महिला जनजातीय उम्मीदवार का समर्थन क्यों नहीं किया? इसकी जगह उन्हें हराने के लिए उम्मीदवार मैदान में उतारा।"

उन्होंने कहा, "कांग्रेस ने कभी जनजातीय समुदाय के किसी व्यक्ति को राष्ट्रपति बनाने की क्यों नहीं सोची? यह भाजपा है, जिसने ना सिर्फ जनजातीय समुदाय के एक व्यक्ति, बल्कि एक महिला को राष्ट्रपति बनाया ।"

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