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सूरत: गुजरात के सूरत में एक रैली के दौरान राहुल गांधी को शर्मिंदगी की स्थिति का सामना करना पड़ा। महुवा में राहुल गांधी जनसभा को हिंदी में संबोधित कर रहे थे। कांग्रेस नेता भरत सिंह सोलंकी राहुल गांधी के हिंदी में दिए गए भाषण को लोगों तक पहुंचाने के लिए गुजराती में ट्रांसलेट कर रहे थे।

राहुल के भाषण में उस वक्त अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई जब राहुल गांधी अपनी दादी इंदिरा गांधी से जुड़ा हुआ एक किस्सा सुना रहे थे। तभी जनसभा में एक शख्स ने उन्हें रोक दिया। शख्स ने कहा, 'आप हिंदी में बोलिए। हम समझ सकते हैं। हमें ट्रांसलेशन की जरूरत नहीं है।'

महुवा की रैली में राहुल गांधी ने कहा, 'जब मैं छोटा बच्चा था तो मेरी दादी ने एक किताब दी थी। उसमें काफी चित्र थे। वह मुझे बहुत पसंद थी।' इस कहानी के शुरुआती हिस्से को भरत सिंह सोलंकी ने लोगों को गुजराती में बताया, लेकिन आगे उन्हें असहजता महसूस हुई। इसके तुरंत बाद जनसभा में एक शख्स ने उन्हें रोक दिया। राहुल गांधी से शख्स ने कहा, 'आप हिंदी में बोलिए।' इसके बाद भरत सिंह सोलंकी माइक छोड़कर चल दिए।

राहुल गांधी ने पूछा अच्छा.. हिंदी चलेगा। इसके बाद राहुल गांधी ने कहानी के आगे का हिस्सा हिंदी में सुनाया।

इसके बाद राहुल गांधी ने हिंदी में स्पीच देनी शुरू की। उन्होंने आदिवासियों को देश का पहला मालिक बताया। साथ ही राहुल ने दावा किया कि बीजेपी उनके अधिकारों को छीनने का काम कर रही है। राहुल गांधी ने कहा, "वे आपको 'वनवासी' कहते हैं। वे यह नहीं कहते कि आप भारत के पहले मालिक हैं, लेकिन यह कि आप जंगल में रहते हैं। क्या आपको अंतर दिखाई देता है? इसका मतलब है कि वे नहीं चाहते कि आप शहरों में रहें, वे नहीं चाहते कि आपके बच्चे इंजीनियर, डॉक्टर बनें, विमान उड़ाना सीखें, अंग्रेजी बोलना सीखें।"

गुजरात में आज अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले हाई वोल्टेज प्रचार देखा जा रहा है, क्योंकि सत्ता का दावा करने वाले शीर्ष तीन दलों के सभी शीर्ष नेता राज्य भर में कई रैलियों को संबोधित कर रहे हैं।

महुवा की सभा में पैदा हुई अजीबोगरीब स्थिति वाला वीडियो अब वायरल हो रहा है। बता दें कि भरत सिंह सोलंकी गुजरात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं। वे गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री माधव सिंह सोलंकी के बेटे हैं। वह कुछ समय के लिए गुजरात कांग्रेस के प्रमुख भी रह चुके हैं।

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