रांची (जनादेश ब्यूरो): झारखंड में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) और उसके गठबंधन में सहयोगी करीब 40 विधायक आज विधानसभा में होने वाले शक्ति परीक्षण (फ्लोर टेस्ट) में शामिल होने के लिए हैदराबाद से रांची लौटे। जेएमएम नेता चंपाई सोरेन को मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद विधायकों को हैदराबाद के पास एक रिसॉर्ट में रखा गया था। पूर्व मुख्यमंत्री और जेएमएम के सह.संस्थापक शिबू सोरेन के बेटे हेमंत सोरेन कथित भ्रष्टाचार के मामले में जेल में हैं।
झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अपने विधायकों को प्रतिद्वंद्वी दलों द्वारा तोड़ने (पाला बदलवाने) के लिए 'संपर्क' करने से रोकने के लिए "रिसॉर्ट पॉलिटिक्स" का रास्ता अपनाया।
हेमंत सोरेन विधानसभा में रहेंगे मौजूद
विधानसभा में शक्ति परीक्षण के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी सदन में मौजूद रहेंगे। उन्हें रांची की एक अदालत ने सदन में मतदान के दौरान उपस्थित रहने की अनुमति दे दी है। पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका सुप्रीम कोर्ट से खारिज होने के बाद रांची हाई कोर्ट में अर्जी दी है।
हाई कोर्ट भी आज ही इस मामले की सुनवाई करने वाला है।
झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 41 है। सत्तारूढ़ गठबंधन के पास बहुमत के इस न्यूनतम आंकड़े से पांच अधिक विधायक हैं। विधानसभा की 81 सीटों में से एक सीट खाली है। इसलिए 80 सीटों की गिनती करने पर बहुमत का आंकड़ा 41 है।
विधानसभा में जेएमएम, कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (एमएल) के कुल 46 विधायक हैं। इनमें जेएमएम के 28, कांग्रेस के 16, आरजेडी का एक और सीपीआई (एमएल) का एक विधायक शामिल है। बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के पास कुल 29 विधायक हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि जब तक कोई बड़ा उलटफेर नहीं होता, झारखंड मुक्ति मोर्चा सरकार फ्लोर टेस्ट में सफल हो जाएगी।
यह पहली बार नहीं है जब जेएमएम को शक्ति परीक्षण का सामना करना पड़ रहा है। सितंबर 2022 में हेमंत सोरेन की सरकार ने फ्लोर टेस्ट में अपने पक्ष में 48 वोटों के साथ बहुमत साबित किया था। तब भी भ्रष्टाचार के आरोपों पर हेमंत सोरेन को विधानसभा से अयोग्य ठहराए जाने का खतरा था।
मौजूदा मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने 90 के दशक के अंत में शिबू सोरेन के साथ झारखंड आंदोलन में सक्रियता से भाग लिया था। वे हेमंत सोरेन सरकार में परिवहन मंत्री थे, उन्हें सोरेन परिवार का भी समर्थन हासिल है।