नई दिल्ली: दिल्ली में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के तीन ठिकानों पर ईडी ने सोमवार (29 जनवरी) को छापेमारी की। जिन तीन ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की उसमें झारखंड भवन, हेमंत सोरेन का आवास शांति निकेतन पैलेस और मोतीलाल नेहरू मार्ग शामिल हैं। ईडी की टीम अपने साथ हेमंत सोरेन की बीएमडब्ल्यू कार ले गई। कार से ईडी ने कुछ दस्तावेज बरामद किए हैं। सीएम सोरेन के दिल्ली स्थित घर से टीम निकल गई। सोमवार सुबह सात बजे हेमंत सोरेन के घर ईडी की टीम पहुंची थी, लेकिन सीएम घर पर नहीं मिले।
ईडी सूत्रों के मुताबिक, ये कार बेनामी सम्पति से खरीदी गई थी। ईडी का दावा है कि हेमंत सोरेन से उनका अब तक कोई संपर्क नहीं हो पाया है। एयरपोर्ट पर अभी भी ईडी टीम मौजूद है।
संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग: जेएमएम
इस बीच हेमंत सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने बयान जारी कर कहा, "संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर झारखंड में अव्यवस्था का माहौल बनाया जा रहा है।
बयान में आगे कहा गया है किजब से झारखंड में आदिवासी युवा मुख्यमंत्री, हेमंत सोरेन जी के कुशल नेतृत्व में गठबंधन की सरकार बनी है, तब से केंद्र सरकार और भाजपा द्वारा येन-केन-प्रकारेण षड्यंत्र रच कर सरकार को गिराने के कई भरसक प्रयास किए गए हैं, जिसमें हर बार उन्हें मुँह की खानी पड़ी है। सभी राजनैतिक प्रयासों के दुरुपयोग के पश्चात अब केंद्र सरकार और भाजपा संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है।"
ईडी के अधिकारी कितना समय चाहते हैं: जेएमएम
पार्टी ने कहा, "दिनांक 20 जनवरी 2024 को ईडी के अधिकारियों के द्वारा मुख्यमंत्री, हेमंत सोरेन जी से सात घंटे से अधिक अवधि तक कैमरे के समक्ष पूछताछ की गयी है। जिसमें उन्होंने सभी पूछे गए प्रशनों का जवाब दर्ज करवाया था। विगत डेढ़ माह के अंदर, 12 दिसम्बर 2023, 15 जनवरी 2024 तथा आज 29 जनवरी 2024 को श्री हेमंत सोरेन द्वारा ईडी कार्यालय को भेजे गए पत्र के जरिए जानकारी दी गयी है। आखिर साढ़े तीन करोड़ की जनता द्वारा लोकतांत्रिक तरीके से चुने हुए एक मुख्यमंत्री से पूछताछ के नाम पर ईडी के अधिकारी कितना समय चाहते हैं? पूछताछ के तीन-चार दिनों के अंदर ही पुनः एक समन जारी कर दिया जाता है और कहा जाता है कि उन्हें तीन-चार दिनों के अंदर ही पुनः जवाब दर्ज करवाने आना है। मुख्यमंत्री के तौर पर स्वाभाविक तौर पर तीन से चार सप्ताह का पूर्व निर्धारित कार्यक्रम होता है। उन्हें प्रशासनिक दायित्वों के निर्वाहन के साथ-साथ राजनीतिक दायित्वों का भी निर्वहन करना पड़ता है।"
सीएम सोरेन ने मेल के जरिए दिया जवाब
सीएम सोरेन ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पर राज्य सरकार के कामकाज में बाधा डालने के लिए ‘राजनीतिक एजेंडे से प्रेरित’ होने का आरोप लगाया और दावा किया कि 31 जनवरी को या उससे पहले उनका बयान दोबारा दर्ज कराने की ईडी की जिद से दुर्भावना झलक रही है। जांच एजेंसी को भेजे एक ईमेल में सीएम हेमंत सोरेन ने आरोप लगाया कि उन्हें समन जारी करना ‘पूरी तरह अफसोसजनक और कानून द्वारा दी गयी शक्तियों का दुरुपयोग है।’
सीएम सोरेन ने रविवार को भेजे ईमेल में कहा, ‘‘अदालत को उपलब्ध कराने के लिए 20 जनवरी को मुझसे सात घंटे तक हुई पूछताछ की वीडियो रिकॉर्डिंग सुरक्षित रखें।’’ रांची से दिल्ली के लिए 27 जनवरी की रात को रवाना हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के नेता हेमंत सोरेन ने एजेंसी को एक ईमेल भेजा है। जिसमें उन्होंने ईडी जांचकर्ताओं द्वारा 31 जनवरी को अपराह्न एक बजे उनके रांची स्थित आवास पर नए दौर की पूछताछ के लिए सहमति व्यक्त की है।