रांची: झारखंड के पलामू में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस के लिए किसान सिर्फ और सिर्फ वोट बैंक है लेकिन हमारे लिए किसान हमारा अन्नदाता है, कांग्रेस और भाजपा में यही अंतर है। आज हिन्दुस्तान में पडोस के राज्यों के साथ झगड़े चल रहे हैं और सुप्रीम कोर्ट में केस लंबित हैं। वहीं बिहार और झारखंड की सरकारों ने पानी की समस्या को सुलझा लिया।
पीएम ने कहा, देश के उज्जवल भविष्य के लिए देश के किसानों को ताकतवर बनाने की दिशा में हम आगे बढ़ रहें है। हम किसानों और देश की सेवा को अपना धर्म मानकर कार्य कर रहें है। बीच से बाज़ार तक नई व्यवस्था खड़ी करके हम किसान को सशक्त कर रहें है। उन्होंने कहा कि पहले की योजनाएं जो नामों के आधार पर चली वो आज जमीन पर दिखाई नहीं पड़ती हैं, हमारी सरकार नाम के झगड़ों में ना पड़कर काम करने पर विश्वास करती है। किसानों को वोट बैंक बनाना होता तो योजना नहीं बनाता और किसानों की कर्ज माफी कर देता। कर्ज माफी से एक पीढ़ी तो कर्ज मुक्त हो जाती है लेकिन हमारी योजनाओं से उसकी कई पीढ़ियों को फायदा होगा।
उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने का खेल चल रहा है इसलिए किसानों का कर्ज माफ किया जा रहा है। किसी ने नाम पर ध्यान दिया तो किसी ने काम पर ध्यान दिया। कांग्रेस की सरकारों ने समय रहते किसान हितों की परियोजनाओं को पूरे कर दिया होता तो आज किसानों को कर्ज लेने की जरूरत नहीं पड़ती। पहले कांग्रेस सरकारों ने किसानों को कर्ज लेने पर मजबूर किया और आज कांग्रेस कर्जमाफी के नाम पर किसानों को गुमराह कर रही है।
2011 की जनगणना के आधार पर प्रधानमंत्री आवास योजना पर मिलते हैं घर
पीएम मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना का लक्ष्य 2022 तक देश का गांव हो या शहर हो हर किसी को छत्त देने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि किसे घर मिलेगा इसका फैसला 2011 की जनगणना के आधार पर फैसला होता है। उन्होंने कहा कि पहले जो घर बनते थे उनकी हालत के बारे में सबको पता होता था लेकिन अब जो मकान बनते हैं उसकी मॉनिटरिंग है। पहले की आवास योजना में सिर्फ चार दीवारें मिलती थी लेकिन अब जो घर मिलते हैं उनमें मूलभूत सुविधाएं होती हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जो लोग मुझपर कीचड़ उछाल रहे हैं उन्होंने पांच सालों में कुछ नहीं किया। पहले की सरकार ने पांच लाख घर बने और हमारी सरकार में एक करोड़ 25 लाख मकान बनाएं। पहले की सरकार में एक घर बनने में 18 महीने लगते थे और आज हमने टेक्नोलॉजी में परिवर्तन किया है और 12 महीने से कम का समय लगता है।
पीएम मोदी ने कहा कि 500 करोड़ की योजनाओं की सौगात दी। इनमें सिंचाई की छह बड़ी परियोजनाएं शामिल हैं। इसके अलावा सोन नदी से पाइपलाइन के जरिए जलापूर्ति परियोजना की भी नींव रखीं। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने 25 हजार ग्रामीण घरों के लाभार्थियों का गृह प्रवेश भी कराया।
प्रधानमंत्री नॉर्थ कोयल प्रोजेक्ट के बचे काम को पूरा करने की परियोजना का भी शिलान्यास किया। इससे राज्य की 39801 हेक्टेयर जमीन सिंचित होगी। बतरे, बीयर व बाइबांकी जलाशय के जीर्णोद्धार से भी 2200 हेक्टेयर जमीन की सिंचाई होगी।