रांची: योग गुरू बाबा रामदेव के साथ तस्वीरें वायरल होने के बाद चर्चा में आई मुस्लिम महिला योग टीचर की मुश्किलें बढ़ गई हैं। उनके खिलाफ फतवा जारी किया गया है। कुछ आराजक तत्वों की तरफ से उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी जा रही है।
इन सबके बीच राफिया ने कहा है कि अब खतरा पहले से कम हो गया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में उन्हें समाज के विभिन्न वर्गों का साथ मिल रहा है। समाज के लोग किसी भी परिस्थिति में साथ खड़े होने का दावा कर रहें हैं।
बुधवार की रात राफिया के घर पर कुछ लोगों द्वारा पत्थरबाजी की गई थी। पत्थरबाजी की इस घटना के बाद पुलिस ने उसके घर व आसपास के इलाकों में अपनी चौकसी बढ़ा दी है। इस घटना के बाद राफिया का पूरा परिवार दहशत में आ गया था।
उल्लेखनीय हैं कि योग सिखाने की वजह से राफिया को कुछ असामाजिक तत्वों की तरफ से लगातार धमकियां मिल रही थी। मुख्यमंत्री ने तुरंत इस मामले को अपने संज्ञान में लिया है और राफिया को उचित सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश पुलिस प्रशासन को दिया हैं। राफिया के राजनीतिक दल से जुड़ने की काफी चर्चा चल रही है।
हालांकि राफिया ने किसी भी राजनीतिक दल से जुड़ने या राजनीति में जाने से साफ इनकार किया हैं। राफिया ने कहा कि उनका मकसद नेता बनना नहीं है बल्कि एक कुशल प्रोफेसर बनना है, जिससे वह अनाथ बच्चों की मदद कर सके।
राफिया ने कहा कि योग सिखाने के पीछे उनका मकसद अनाथ बच्चों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने और एक बेहतर मंच देने का है।
घर पर चलाए पत्थर
मुस्लिम युवती राफिया नाज को योग सिखाना इलाके के कुछ कट्टरपंथियों को रास नहीं आया, इसलिए पहले उसे फेसबुक से धमकी दी गयी, फिर मोबाइल पर। लेकिन बुधवार को तो उनके घर पर पत्थर बरसाए गए।
महिला की सुरक्षा में लगाये बॉडीगार्ड
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने पीड़िता राफिया को दो बॉडीगार्ड मुहैया कराये हैं। इस नए घटनाक्रम के बाद पुलिस पत्थरबाजों की तलाश में जुटी है। वहीं राफिया का कहना है कि वह इन धमकियों से डरने वाली नहीं हैं और अपना काम इसी तरह करती रहेंगी। कुछ मुस्लिम संगठनों की ओर से उनके खिलाफ फतवा भी जारी किया गया है।