नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पंजाब इकाई के पूर्व प्रमुख सुनील जाखड़ ने आज पार्टी छोड़ दी। पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की आलोचना पर पार्टी नेतृत्व द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किए जाने के हफ्तेभर बाद जाखड़ ने फेसबुक पर लाइव आकर पार्टी को 'गुडलक' और 'गुडबाय' कह दिया। वहीं, लाइव आने से पहले उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट के बायो से कांग्रेस नेता की पहचान हटा ली थी। लाइव के दौरान उन्होंने पत्र मिलने के मामले में प्रतिकिया देते हुए पंजाब कांग्रेस के नेताओं, राजनीतिक सलाहकार प्रशांत किशोर पर निशाना साधा।
साथ ही कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को नसीहत दी। उन्होंने लाइव के दौरान राहुल की जमकर तारीफ की। वहीं, उन्हें चापलूसों से सावधान रहते हुए पार्टी की कमान अपने हाथों में लेने की नसीहत दी। जाखड़ ने राहुल के कहा कि वे इस बात का फैसला करना सीखें की कौन उनका दोस्त है और कौन दुश्मन। ऐसा नहीं करके वो खुद का और पार्टी का नुक्सान करा रहे हैं। ऐसा ही रहा तो पार्टी का नामोंनिशान मिट जाएगा।
जाखड़ ने अंबिका सोनी पर साधा निशाना
जाखड़ ने अंबिका सोनी के "पंजाब का सीएम सिख होना चाहिए" वाले बयान पर जमकर निशाना साधा। दरअसल, सोनी ने पिछले साल पंजाब में सरकार अस्थिर हुई थी, तब ये कहा था कि पंजाब का सीएम कोई सिख ही होना चाहिए। ऐसा करके उन्होंने जाखड़ के सीएम बनने की संभावना पर विराम लगा दिया था। ऐसे में उन पर निशाना साधते हुए जाखड़ ने कहा कि अंबिका के बयान ने पंजाब के सिखों और हिन्दुओं को अपमानित किया है। उन्होंने सोनिया गांधी से अपील की, कि वे अंबिका से पूछें कि क्या उन्हें सिख धर्म के बारे में जानकारी है।
"मेरा दिल तोड़ दिया"
वहीं, नोटिस जारी करने वाले तारीक अनवर पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, " देखने वाली बात तो ये है कि नोटिस जारी किसने की है। ये वही शख्स है जो पार्टी छोड़कर एनसीपी में चला गया था क्योंकि उसकी मांग थी कि विदेशी मूल की महिला देश की प्रधानमंत्री नहीं बने। मेरा दिल तोड़ दिया।"
इधर, जाखड़ की पार्टी छोड़ने की घोषणा के बाद नवजोत सिंह सिद्धू उनके समर्थन में उतरे हैं और ट्वीट कर पार्टी नेतृत्व को जाखड़ को मनाने की सलाह दी है। उन्होंने कहा, " कांग्रेस को सुनील जाखड़ को खोना नहीं चाहिए। संपत्ति के संदर्भ में बात करें तो जाखड़ सोना हैं। किसी भी तरह के मनमुटाव को बातचीत से सुलझाया जा सकता है।"
चन्नी को बताया था हार का जिम्मेदार
एआईसीसी के अनुशासनात्मक पैनल ने 26 अप्रैल को पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रमुख जाखड़ को 2 सालों के लिए पार्टी से सस्पेंड कर दिया है। दरअसल, उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की आलोचना की थी और पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) से कांग्रेस की हार के बाद उन्हें पार्टी के लिए जिम्मेदार करार दिया था।
उन्होंने चन्नी को चुनाव में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में चुनने के लिए पार्टी नेतृत्व की भी आलोचना की थी और अमरिंदर सिंह के निष्कासन के बाद मुख्यमंत्री के रूप में चुने जाने की संभावना को कम करने के लिए अंबिका सोनी पर निशाना साधा था।