पटियाला: पुलवामा हमले में अपने मुल्क की संलिप्तता के सबूत मांगने पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान पर बरसते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को कहा कि बहावलपुर में बैठकर जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अज़हर ने हमले की पूरी साजिश रची है। एक ट्वीट में सिंह ने खान से पूछा कि 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए आतंकी हमले को लेकर सबूत मुहैया कराने के बावजूद पाकिस्तान ने इस हमले के अपराधियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की है।
सिंह ने ट्वीट किया, ''प्रिय इमरान खान आप के पास जैश-(ए-मोहम्मद) का प्रमुख मसूद अज़हर है जो बहावलपुर में बैठा है और उसने आईएसआई की मदद से हमले की साजिश रची। जाइए और उसे वहां से पकड़िए। अगर आप ऐसा नहीं कर सकते हैं तो हमें बता दें, हम यह आपके लिए कर देंगे।" उन्होंने कहा, '' वैसे मुंबई के 26/11 हमले के सबूतों को लेकर क्या किया गया है। यह वो वक्त है जब कथनी और करनी एक हो। सिंह ने हैरानी जताई कि क्या पाकिस्तानी प्रधानमंत्री चाहते हैं कि नयी दिल्ली मृत सीआरपीएफ जवानों के शवों को 'कार्रवाई योग्य खुफिया जानकारी के तौर पर पाकिस्तान भेजे।
सिंह ने एक बयान में कहा,'' वह किन सबूतों के बारे में बात कर रहे हैं? क्या हम (जवानों) के शव वहां भेजें? उन्होंने कहा, ''(हमले की जिम्मेदारी लेने वाले संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सरगना) मसूद अज़हर पाकिस्तान में है और वहां से अपनी हरकतों को अंजाम दे रहा और सब यह जानते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, ''रोज़ाना नियंत्रण रेखा पर हमारे सैनिक शहीद हो रहे हैं-उनकी हत्या कौन कर रहा है? उन्होंने जोर देकर कहा कि दुनिया इस बात से वाकिफ है कि पाकिस्तान कश्मीर और भारत के अन्य हिस्सों में क्या कर रहा है। सिंह ने एक बयान में कहा, ''वे (पाकिस्तान) 26/11 (मुंबई आतंकी हमले) के पीछे थे और भारत ने उन्हें सारे सबूत दिए लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि अमृतसर के निरंकारी भवन में हुए विस्फोट में भी पाकिस्तानी ग्रेनेड का इस्तेमाल किया गया।
इससे पहले दिन में, पाकिस्तान को वीडियो संदेश के जरिए संबोधित करते हुए खान ने बीते बृहस्पतिवार को पुलवामा में हुए आतंकी हमले में पाकिस्तान की संलिप्तता के भारत के आरोपों पर प्रतिक्रिया दी। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। सिंह ने कहा, ''पाकिस्तानी प्रधानमंत्री सेना प्रमुख जनरल बाजवा के साथ मिलकर भारतीय सैनिकों और मासूम लोगों की हत्या कर रहे हैं। भारत यह बर्दाश्त नहीं कर सकता है और यह बर्दाश्त करना भी नहीं चाहिए... अगर वे हमारे एक को मारें तो हमें उनके दो को मारना चाहिए।"