नई दिल्ली: पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथग्रहण समारोह कार्यक्रम के दौरान पाकिस्तान के आर्मीचीफ को गले लगाकर बुरी तरह विवादों में फंसे पंजाब के मंत्री और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने मंगलवार को कहा कि वह एक ‘भावुक पल’ था। सिद्धू ने साफ किया कि उनका दौरा कोई राजनीति से प्रेरित नहीं था। गौरतलब है कि इमरान के शपथ ग्रहण से पहले उस कार्यक्रम के दौरान वहां के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा से वह गले लगते हुए नजर आए थे।
सिद्धू ने कहा- “पाकिस्तान के आर्मी चीफ ने कहा कि वे करतारपुर साहिब कॉरिडोर को खोने का प्रयास कर रहे थे, जो एक भावुक पल था।” इससे पहले, रविवार को पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह सिद्धू के इस कदम के पक्ष में नहीं है। उन्होंने यह भी साफ किया कि सिद्धू का इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के फैसले से उनकी सरकार को कोई संबंध नहीं है। इसके साथ ही, उन्होंने कहा कि क्रिकेट से राजनीति में आए सिद्धू अपनी क्षमता पर पाकिस्तान गए हैं।
सिद्धू के पाकिस्तान दौरे पर पंजाब के मुख्यमंत्री के बयान के बाद उन्होंने कहा- “कैप्टन साहब समेत कांग्रेस के कई लोगों ने इस पर बोला। यह लोकतंत्र है और सभी को अपनी राय रखने के अधिकार है।”
उधर, भाजपा ने सिद्धू के पाकिस्तान दौरे खासकर पाकिस्तान आर्मी चीफ को गले लगाने को “शर्मनाक” करार दिया है। इससे पहले, सिद्धू ने पाकिस्तान से आने के बाद रविवार को अपना बचाव करते हुए कहा था कि वे क्या करते जब किसी ने उनसे ऐतिहासिक गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के रास्ते को खोलने की बात की।