नई दिल्ली: पंजाब कांग्रेस के प्रमुख अमरिंदर सिंह ने अगले साल राज्य में होने वाले चुनाव में नवजोत सिंह सिद्धू और उनकी पत्नी दोनों को टिकट देने की संभावना को खारिज करते हुए कहा कि ‘एक परिवार, एक टिकट’ के नियम को सख्ती से लागू किया जाएगा। पंजाब में कांग्रेस के अभियान की अगुवाई कर रहे सिंह का यह बयान सिद्धू और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की मुलाकात के एक दिन बाद आया है। कांग्रेस पहले ही अपने आधे उम्मीदवार तय कर चुकी है और बकौल सिंह यह सिद्धू दंपति को तय करना है कि दोनों में से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव कौन लड़ेगा। उन्होंने साथ ही कहा कि सिद्धू को उपमुख्यमंत्री पद की पेशकश को लेकर कांग्रेस में किसी तरह की चर्चा नहीं चल रही है. उन्होंने कहा कि ये सब मीडिया द्वारा लगायी जा रही अटकलें हैं। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि पार्टी में शामिल होने से जुड़े तौर-तरीकों पर चर्चा के लिए वह जल्द ही सिद्धू से मिलेंगे। गौरतलब है कि राहुल से नवजोत सिंह सिद्धू ने यह मुलाकात चंडीगढ़ नगर निगम के चुनावों में कांग्रेस के निराशाजनक परिणाम के कुछ ही घंटे बाद की थी। बता दें कि नोटबंदी के बाद हुए इस चुनाव में 26 में 20 सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की है, जबकि मात्र 4 सीटें ही कांग्रेस के उम्मीदवार जीते हैं. शिरोमणी अकाली दल को केवल एक सीट पर संतुष्ट होना पड़ा है। इससे पहले भी नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के आलाकमान से बातें कर चुके हैं। आम आदमी पार्टी से उन्होंने खुद को पंजाब के मुख्यमंत्री के उम्मीदवार के तौर पर पेश करने की मांग की थी।
कयास लगाया जा रहा है कि कुछ इस तरह की ही बात उन्होंने कांग्रेस से की है। बता दें कि सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर पहले ही कांग्रेस में शामिल हो चुकी हैं।