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कोलकाता: पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। उससे पहले तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की मुखिया और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक्टिव मोड़ में आ गई हैं। उन्होंने गुरुवार (27 फरवरी) को कोलकाता के नेताजी स्टेडियम में सभी सांसदों और विधायकों से लेकर ब्लॉक लेवल के नेताओं की बैठक बुलाई। इस मीटिंग में उन्होंने दिल्ली और महाराष्ट्र में बीजेपी की जीत पर चुनाव आयोग की कार्यशैली पर आरोप लगाया।

ममता बनर्जी ने कहा, 'दिल्ली और महाराष्ट्र में बीजेपी ने हरियाणा और गुजरात के लोगों के फर्जी वोट बनवाकर चुनाव जीता था।' उन्होंने कार्यकर्ताओं के सामने एलान किया कि अगर जरूरत पड़ी तो हम वोटर लिस्ट से फर्जी वोटरों के नाम हटाने की मांग के लिए आयोग के कार्यालय के सामने धरना भी देंगे।

इसी बैठक में ममता बनर्जी ने ज्ञानेश कुमार को मुख्य निर्वाचन आयुक्त नियुक्त करने पर आरोप लगाया कि भाजपा निर्वाचन आयोग को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि जब तक निर्वाचन आयोग निष्पक्ष नहीं होगा, तब तक स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकते।

कोलकाता (जनादेश ब्यूरो): उत्तर 24 परगना जिले के गायघाटा क्षेत्र में मंगलवार दोपहर अचानक आए तूफान ने भारी तबाही मचाई। तेज हवाओं और ओलावृष्टि से करीब 35 कच्चे मकान ढह गए, इसके नीचे दबने से कई लोग घायल हो गए। खड़ी फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा। इस प्राकृतिक आपदा के बाद से स्थानीय लोग दहशत में हैं और खुले आसमान के नीचे जीवन बसर कर रहे हैं।

फसलों को भी भारी नुकसान

स्थानीय लोगों का कहना है कि तूफान इतनी तेजी से आया कि उन्हें संभलने का मौका तक नहीं मिला। कुछ ही मिनटों में कई घरों की छतें उड़ गईं, दीवारें गिर गईं और खेतों में खड़ी फसलें तहस-नहस हो गईं।

स्थानीय निवासी शैफाली ने बताया कि इस तूफान ने उनका सब कुछ उजाड़ दिया। उनके घर की छत उड़ गई और खेत पूरी तरह बर्बाद हो गए। यहां तक कि उनके कुछ जानवर भी इस तूफान की चपेट में आकर मारे गए। ग्रामीण गोपाल सेन ने कहा कि उनके घर की टिन की छत उड़ गई और काफी नुकसान हुआ।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अमेरिका से अवैध भारतीय प्रवासियों को बेड़ियों में बांधकर वापस भेजे जाने की निंदा की और इसे ‘शर्मनाक बताया। साथ ही उन्होंने आश्चर्य जताया कि क्या पीएम मोदी ने अपनी हालिया अमेरिकी यात्रा के दौरान इस ‘‘अमानवीय व्यवहार’’ को लेकर विरोध दर्ज कराया था।

केंद्र सरकार की तीखी आलोचना करते हुए बनर्जी ने भारतीय नागरिकों के निर्वासन पर सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाया और गरिमापूर्ण तरीके से उनकी वापसी सुनिश्चित नहीं करने के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि केंद्र को सम्मान के साथ उनकी वापसी सुनिश्चित करनी चाहिए थी।

क्या आपने (प्रधानमंत्री) इसके खिलाफ एक भी विरोध दर्ज कराया: ममता 

उन्होंने कहा, "जो लोग वापस लौटे, उन्हें बेड़ियों में बांधकर वापस भेजा गया। क्यों? कहा जा रहा है कि यह उनका प्रोटोकॉल है। प्रधानमंत्री जी, जब आप अमेरिका में थे (आधिकारिक यात्रा पर), तो वहां से अवैध प्रवासियों को बेड़ियों में बांधकर वापस भेजा गया। अलग-अलग देशों के लिए प्रोटोकॉल अलग-अलग नहीं हो सकते।"

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को दावा किया कि भगदड़ की घटनाओं में लोगों की मौत के कारण महाकुंभ ‘मृत्यु कुंभ’ बन गया है। उन्होंने बीजेपी सरकार पर कुप्रबंधन का आरोप लगाते हुए कहा कि इस महाकुंभ में मरने वालों की वास्तविक संख्या को छिपाया गया है। पिछले महीने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में मची भगदड़ में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई थी और 60 घायल हो गए थे। वहीं हाल में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18 लोगों की जान चली गई।

ममता बनर्जी ने आज विधानसभा को संबोधित करते हुए दावा किया, ‘‘महाकुंभ ‘मृत्यु कुंभ’ बन गया है। उन्होंने (बीजेपी सरकार ने) मौतों की संख्या कम दिखाने के लिए सैकड़ों शवों को छिपा दिया।’’ उन्होंने  कहा, यह मृत्यु कुंभ है...मैं महाकुंभ का सम्मान करती हूं, मैं पवित्र गंगा मां का सम्मान करती हूं। लेकिन कोई योजना नहीं है...कितने शव बरामद हुए हैं?...अमीरों, वीआईपी लोगों के लिए 1 लाख रुपये तक के कैंप (टेंट) की व्यवस्था है। गरीबों के लिए कुंभ में कोई व्यवस्था नहीं है।

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