कोलकाता: देश के बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी के बेटे अनंत की शादी के जरिए मुंबई में इंडिया गठबंधन जुटा था। अब एक बार फिर से इंडिया गठबंधन के दो बड़े दल एक ही मंच पर नजर आएंगे। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के निमंत्रण पर समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव रविवार (21 जुलाई) को कोलकाता के धर्मतला में एकसाथ मंच साझा करेंगे।
टीएमसी के नेता कुणाल घोष ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव कोलकात के धर्मतला में होने वाली टीएमसी की रैली का हिस्सा होंगे। ये रैली शहीद दिवस के मौके पर आयोजित की जा रही है। ममता बनर्जी 21 जुलाई 1993 में एक प्रदर्शन के दौरान मारे गए अपने कार्यकर्ताओं की याद में शहीद दिवस मनाती हैं।
मुंबई में ही लग गई थी अखिलेश के आने पर मुहर
मुंबई में इंडिया गठबंधन की मुलाकात के दौरान ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने सपा सुप्रीमो को 21 जुलाई को कोलकाता में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण दिया था। जिसे अखिलेश ने स्वीकार कर लिया था।
ममता दीदी के साथ हैं अखिलेश भैया के बेहतर रिश्ते
इंडिया गठबंधन में शामिल ममता बनर्जी और अखिलेश यादव के अच्छे रिश्ते हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान ममता बनर्जी ने समाजवादी पार्टी के लिए प्रचार किया था। वहीं, लोकसभा चुनाव 2024 में अखिलेश यादव ने ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी को भदोही सीट गठबंधन के तहत दी थी।
क्या रिश्तों में जमी बर्फ पिघलेगी?
सियासी जानकारों का कहना है कि इंडिया गठबंधन में कांग्रेस की भूमिका पर हमेशा से मुखर रहने वाली ममता बनर्जी के साथ अखिलेश यादव की मुलाकात गांधी परिवार के लिए सुकून देने वाली हो सकती है। यूपी में कांग्रेस और सपा का गठबंधन है। इसके साथ ही राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ अखिलेश यादव के रिश्ते भी बेहतर हैं।
संभावना है कि कोलकाता के धर्मतला में होने वाली रैली में अखिलेश यादव की ओर से गांधी परिवार और ममता बनर्जी के रिश्तों में जमी बर्फ पिघलाने की कोशिश हो सकती है। माना जा रहा है कि अखिलेश और ममता की मुलाकात से बीजेपी के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं।