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कोलकाता: इस महीने की शुरुआत में दुर्गा पूजा समारोह के दौरान सड़कों पर भारी भीड़ के बाद कोलकाता में कोविड​​​​-19 के मामलों की संख्या में इजाफे के लिए केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल सरकार की खिंचाई की है। 15 अक्टूबर को दुर्गा पूजा समारोह समाप्त होने के बाद से कोलकाता में औसत दैनिक नए मामले बढ़ रहे हैं। 14 अक्टूबर को खत्म हुए सप्ताह में 217 मामले आए थे, वहीं, 21 अक्टूबर को खत्म हुए सप्ताह में ये बढ़कर 272 हो गए। यह सात दिनों में 20-25 फीसदी का इजाफा है। कोलकाता में पिछले सप्ताह में पॉजिटिविटी रेट में करीब 27 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। यह 14 अक्टूबर को खत्म हुए सप्ताह में यह 5.6 फीसदी थी, जो कि 21 अक्टूबर खत्म हुए सप्ताह में बढ़कर 7.1 प्रतिशत हो गई।

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने 22 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम को पत्र लिखकर कहा कि कोलकाता "देश के कुछ ऐसे जिलों में से एक है, जहां हाल के हफ्तों में कोरोना के दैनिक नए मामलों और पॉजिटिविटी रेट में चिंताजनक रुझान देखने को मिल रहा है।'

पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि के बीच केंद्र सरकार ने राज्य सरकार से संक्रमण के मामलों और मौतों की तत्काल समीक्षा करने को कहा है। साथ ही केंद्र ने त्योहारी सीजन में कोविड बचाव संबंधी सावधानियां सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया।

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि राज्य में पिछले 30 दिन के दौरान संक्रमण के 20,936 नए मामले और 343 मरीजों की मौत के मामले दर्ज किए गए हैं। जोकि इस अवधि में भारत में सामने आए नए मामलों का 3.4 फीसदी है। जबकि मौत के मामलों का 4.7 फीसदी है। कोलकाता में संक्रमण के मामलों में वृद्धि पर चिंता जताते हुए भूषण ने कहा कि 21 अक्टूबर को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान जिले में औसत दैनिक मामलों के मद्देनजर अत्याधिक मामले सामने आए।

कोलकाता नगर निगम 18 अक्टूबर से अलर्ट पर है। स्वास्थ्य विभाग के सभी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं और कोविड-19 टेस्ट की गति बढ़ा दी गई है। इसने पहले क्वारंटीन सेंटर और दो सेफ घरों को फिर से खोलने का फैसला किया था, लेकिन निगम के अध्यक्ष और बंगाल के मंत्री फिरहाद हकीम ने सोमवार को अलर्ट का स्तर कम कर दिया था क्योंकि मामलों की संख्या कम हो गई थी।

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