ताज़ा खबरें

कोलकाता: सीएए को लेकर पश्चिम बंगाल के कोलकाता में अमित शाह ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी जी सीएए लेकर आएं, लाखों बंगालियों को इससे नागरिकता मिलती है। ममता दीदी ने इसका विरोध किया। बंगाल में दंगे कराएं, ट्रेनें जला दी गई, रेलवे स्टेशन जला दिया गया। मैं सवाल पूछने आया हूं कि हम नागरिकता देना चाहते हैं और आप इसका विरोध क्यों कर रही हो। आपको घुसपैठिए ही अपने लगते हैं। मैं बताने आया हूं कि 70 साल से जो शरणार्थी यहां आए हैं हम उनको नागरिकता देकर रहेंगे।

उन्होंने कहा कि जब हम बंगाल में चुनाव के मैदान में थे तो ममता दीदी कहती थीं जमानत बचा लेना। ममता जी ये आंकड़े देख लीजिए, अब आने वाले विधानसभा चुनाव में भी पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बंगाल में बनने वाली है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में जहां प्रभु श्रीराम का जन्म हुआ वहां भव्य मंदिर बनाने के लिए हम 500 साल से लड़ रहे थे। अब पीएम नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर को तीर्थ स्थल बनाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस, सपा, बसपा और ममता राम मंदिर बनने के बीच में रोड़ा बनी थी। आपने मोदी जी को ताकत दी और कुछ ही महीनों में आसमान को छूने वाला भव्य राम मंदिर बनने वाला है।

होम मिनिस्टर ने कहा कि ये यात्रा बंगाल के गरीब के शोषण के खिलाफ संघर्ष की है। ये यात्रा सिंडीकेट को समाप्त करने की यात्रा है। ये यात्रा टोलबाजी समाप्त करने की यात्रा है। ये यात्रा धुसपैठ समाप्त करने की है। ये यात्रा करोड़ों शरणार्थियों को नागरिकता देकर सम्मान देने की है। ममता दी ने शरणार्थियों का नागरिकता का मुद्दा तब उठाया जब वह विपक्ष में थीं। जब पीएम मोदी सीएए लेकर आए, तो वह विपक्ष में फिर से कांग्रेस और कम्युनिस्टों के साथ खड़ी हैं।

उन्होंने कहा कि वे अल्पसंख्यकों को इस डर से भर रहे हैं कि वे अपनी नागरिकता खो देंगे। मैं अल्पसंख्यक वर्ग के प्रत्येक व्यक्ति को आश्वस्त करता हूं कि सीएए केवल नागरिकता प्रदान करता है और कुछ भी नहीं लेता है। यह आपको किसी भी तरह से प्रभावित नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा को 2014 में 87 लाख वोट मिले थे। 2019 में हमारे लिए आपका प्यार बढ़ा और हमें पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2.3 करोड़ वोट मिले। मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि राज्य के 18 सांसद संसद में इसका प्रतिनिधित्व करके बंगाल को बदलने की कोशिश कर रहे हैं।

होम मिनिस्टर ने कहा कि ये यात्रा बंगाल के गरीब के शोषण के खिलाफ संघर्ष की है। ये यात्रा सिंडीकेट को समाप्त करने की यात्रा है। ये यात्रा टोलबाजी समाप्त करने की यात्रा है। ये यात्रा धुसपैठ समाप्त करने की है। ये यात्रा करोड़ों शरणार्थियों को नागरिकता देकर सम्मान देने की है। शाह ने कहा कि मैं उनसे पूछना चाहता हूं, 'दलितों ने किसी भी तरह से आपके साथ कैसा अन्याय किया है? जब हम उन्हें नागरिकता देना चाहते हैं तो आप क्यों विरोध कर रहे हैं?'

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख