नई दिल्ली: बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन पर अपना बयान दिया। बनर्जी ने इस पर बात करते हुए पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनकड़ को भी अपने लपेटे में ले लिया। बता दें कि बनर्जी राज्य के अधिकारियों के साथ धनकड़ की बैठकों के चलते पहले नाखुश हैं। ऐेसे में जब ममता से महाराष्ट्र के सियासी संकट और राष्ट्ररपति शासन पर सवाल किया गया तो वे बोलीं कि- मैं संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों पर जल्दी टिप्पणी नहीं करती। लेकिन कुछ लोग हैं जो भाजपा का मुखपत्र बन बैठे हैं।
इसके बाद बनर्जी धनकड़ पर हमले से नहीं चूकीं और बोलीं कि- आप मेरे राज्य में ही देख लीजिए, क्या हो रहा है। यहां ये लोग एक समानांतर सरकार चलाने की कोशिश करते हैं। फेडरल स्ट्रक्चर का सम्मान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि संविधान के अनुसार संरचना के अनुसार काम होना चाहिए। केंद्र और राज्य में चुनी गई सरकारें हैं। लेकिन कुछ लोग हैं जो बहुत अधिक हावी हो रहे हैं। केंद्र को इस पर ध्यान देना चाहिए। बता दें कि ममता बनर्जी का ये बयान तब आया है जब राज्यपाल के आदेश से महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाया गया है।
ऐसे में शिवसेना ने ये भी आरोप लगाए की इस सब की प्लानिंग पहले से भाजपा के साथ मिलकर की गई थी।
उधर कल गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यपाल के बचाव में जोर देकर कहा कि राज्यपाल ने राज्य के राजनीतिक दलों को दावा करने के लिए काफी समय दिया लेकिन कोई आगे नहीं आया। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया था कि तीनों पक्ष राज्यपाल के पास जा सकते हैं और अगर उनके पास विधायकों की जरूरी संख्या हो तो वे सरकार बना सकते हैं।