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नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के साथ गठबंधन का संदेश देते हुए कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल कांग्रेस में बदलाव किया है। पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने सौमेंद्रनाथ मित्रा को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त किया है। अभी तक लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी यह जिम्मेदारी संभाल रहे थे। चौधरी को प्रचार समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। वरिष्ठ नेता सौमेंद्र नाथ मित्रा के साथ पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने चार कार्यकारी अध्यक्ष भी नियुक्त किए हैं। शंकर मालाकर, नेपाल महतो, अबु हसेम खान चौधरी और दीपा दासमुंशी को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। जबकि लोकसभा सांसद अभिजीत मुखर्जी को घोषणा पत्र समिति का अध्यक्ष और संतोष पाठक को समिति का संयोजक बनाया है।

पश्चिम बंगाल कांग्रेस में प्रदीप भट्टाचार्य को समन्वय समिति का अध्यक्ष और शुभंकर सरकार को संयोजक बनाया गया है। प्रदेश कांग्रेस की नई टीम से साफ है कि पार्टी पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के साथ गठबंधन करना चाहती है। इसलिए, अधीर रंजन चौधरी की जगह सौमेंद्र नाथ मित्रा को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है। सांसद अधीर रंजन चौधरी तृणमूल कांग्रेस के साथ गठबंधन का विरोध कर रहे हैं।

तृणमूल कांग्रेस को वह भाजपा की 'बी टीम' करार देते रहे हैं। जबकि सौमेंद्र नाथ मित्रा के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ अच्छे रिश्ते हैं। मित्रा 2009 में तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर सांसद रह चुके हैं। इसके साथ सौमेंद्र मित्रा की पत्नी शिखा मित्रा तृणमूल कांग्रेस की विधायक हैं। ऐसे में कांग्रेस को तृणमूल कांग्रेस के साथ गठबंधन में फायदा मिल सकता है।

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