कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से आग्रह किया है कि दार्जीलिंग की पहाड़ियों से सुरक्षा बलों को नहीं हटाया जाए। इसके साथ ही उन्होंने केंद्र पर राज्य को 'अस्थिर' करने का आरोप लगाय।
ममता ने कहा, 'मैंने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को पत्र लिखा है तथा उनसे पहाड़ियों से बलों को वापस नहीं बुलाने का आग्रह किया।' वह दार्जिलिंग पर एक सर्वदलीय बैठक के बाद संवाददाताओं से बात कर रही थीं।
ममता ने बलों को वापस बुलाए जाने के फैसले को एकतरफा और दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए आरोप लगाया कि केंद्र सरकार भाजपा दफ्तर से चलाई जा रही है। यह वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है कि केंद्र ने पहाड़ियों से बलों को वापस बुलाने का काफी खराब और एकतरफा फैसला किया। उन्होंने केंद्र तथा भाजपा पर साजिश रचने का आरोप लगाया।
उन्होंने आरोप लगाया, 'वे लोग बंगाल को अस्थिर करने के लिए साजिश कर रहे हैं ताकि हिंसा होती रहे।' ममता ने कहा कि केंद्र ने कहा है कि वह 15 में से 10 कंपनियां वापस ले लेगा।
उन्होंने कहा, 'केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मुझसे कहा कि सात कंपनियां वापस ली जाएंगी। मैं पूछना चाहती हूं कि बंगाल के लोगों के साथ यह सौतेला व्यवहार क्यों है, जबकि अन्य राज्यों में बड़ी संख्या में केंद्रीय बल तैनात हैं।'
उन्होंने दार्जीलिंग से भाजपा सांसद एसएस अहलूवालिया पर जीजेएम प्रमुख बिमल गुरूंग को क्षेत्र में गड़बड़ी करने में मदद देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा एक सीट के लिए पहाड़ी को जलने की अनुमति दे रही है।