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पटना: जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार में प्रधानमंत्री बनने की सारी योग्यताएं हैं। लेकिन, वे प्रधानमंत्री पद के दावेदार नहीं है। जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में आज कई अहम मुद्दों पर फैसले लिए गये। जदयू की बैठक में सबसे अहम यह रहा कि पार्टी ने बिहार सीएम नीतीश कुमार में प्रधानमंत्री बनने के सभी गुण बताए हैं।

बिहार के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार प्रधान मंत्री पद के दावेदार नहीं हैं। हालांकि उनमें इसके लिए सारी योग्यता हैं. जदयू अध्यक्ष लल्लन सिंह ने कहा कि हमने कभी नहीं कहा कि नीतीश कुमार देश का प्रधानमंत्री बनने का दावा करते हैं। इसे लेकर पार्टी ने कोई दावेदारी नहीं की है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी छोटी है। लेकिन नीतीश कुमार की सोच और उनकी योग्यताएं ऐसी हैं जो बताती हैं कि उनमें देश का प्रधानमंत्री बनने के सभी गुण हैं।

पार्टी ने जातिगत जनगणना के साथ अब अत्यंत पिछड़ों के पहचान के लिए बनायी गयी रोहिणी कमिशन को रिपोर्ट सार्वजनिक कर जल्द से जल्द लागू करने का एक दूसरा प्रस्ताव भी पारित किया।

नई दिल्ली: जातीय जनगणना के मुद्दे पर सीएम नीतीश कुमार सहित 10 दलों के नेताओं ने पीएम मोदी से मुलाकात की। पीएम से मुलाकात के बाद सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हम सभी 10 पार्टियों के 11 नेता आज पीएम मोदी से मिलने गए थे। बिहार के नेता इस पर एक राय हैं। सब लोगों ने जाति आधारित जनगणना के पक्ष में अपनी बात रखी। पीएम मोदी ने सभी की बातों को ध्यान से सुना। उम्मीद है वह फैसला लेंगे। हमारी मांग को उन्होंने सुना है, इस पर मना नहीं किया है।

वहीं तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर कोई काम राष्ट्रहित में है और बिहार की 10 पार्टियां इस मुद्दे पर एकजुट हैं। इससे देश के गरीब या यूं कहें अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को लाभ होगा। मंडल कमीशन से पहले तो पता ही नहीं था कि देश में कितनी जातियां हैं। उसी के बाद पता चला कि देश में हजारों जातियां हैं। जब इस देश में जानवरों की गिनती होती है, पेड़ों की होती है तो इंसानों की भी होनी चाहिए। हम ये जानना चाहते हैं जातीय जनगणना क्यों नहीं होनी चाहिए। अगर सरकार के पास स्पष्ट आंकड़ा ही नहीं है, तो कल्याणकारी योजनाएं कैसे सही तरीके से लागू होंगी।

नई दिल्ली: राजद नेता व बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव जाति आधारित जनगणना की मांग को लेकर कई दिनों से मुखर हैं। कल सोमवार को जातिगत जनगणना की मांग को लेकर पीएम मोदी से होने वाली मुलाकात से पहले आज रविवार को तेजस्वी यादव का एक बार फिर बयान आया है। उन्होंने कहा कि जब तक बीमारी का पता नहीं चलेगा, उसका सही इलाज कैसे कर पाएंगे। तेजस्वी यादव फिलहाल दिल्ली में हैं और कल सोमवार को सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व 10 दलों की समीति के साथ पीएम मोदी से मुलाकात करने वाले हैं।

जातिगत जनगणना को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि आज नहीं तो कल जातीय जनगणना करानी ही होगी, तो इसे अभी क्‍यों ना करा लिया जाए। तेजस्‍वी ने कहा कि बीमार का सही इलाज करना है तो सबसे पहले उसका कारण जानना पड़ेगा। जातीय जनगणना बीमारी का पता करने जैसा है। समाज में किस जाति के लोग गरीब हैं, किस जाति के लोग आजीविका के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग जातीय जनगणना को जात‍ि को बांटने से जोड़कर देख रहे हैं।

पटना: प्रमुख विपक्षी दलों के साथ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की शुक्रवार शाम हुई वर्चुअल बैठक में कई नेता शामिल हुए। 19 दलों की बैठक में राजद नेता व बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी शामिल हुए। तेजस्वी यादव ने कहा कि 2024 में विपक्ष की क्या रणनीति होगी, उस पर अभी से तैयारी करनी चाहिए। विगत 7 वर्षों में विपक्ष एक ही तरीक़े से चुनाव लड़ रहा है। विपक्ष अपने एजेंडे पर चुनाव लड़े। मुद्दों में धार और नयापन लाने की ज़रूरत है। बिहार और बंगाल ने दिखाया है कि भाजपा से कैसे लड़ा जा सकता है।

तेजस्वी यादव ने कहा कि महंगाई, बेरोज़गारी और सरकार की जनविरोधी नीतियों से मध्यम वर्ग त्रस्त है। राजद ने चुनाव नतीजों के बाद से ही किसानों, मज़दूरों, बेरोजगारों, महंगाई और जातिगत जनगणना को लेकर सड़क से लेकर सदन और संसद तक प्रदर्शन किया है। विपक्ष को सड़क पर आना ही होगा। जीत-हार चुनाव नतीजों के बाद से ही विपक्ष को अगले चुनाव की तैयारी करनी चाहिए। चुनाव से चंद दिन पहले ही गठबंधन होने से कार्यकर्ताओं और मतदाताओं में भ्रम की स्थिति उत्पन्न होती है।

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