पटना: बिहार के कई जिलों में जितिया पर्व की खुशियां मातम में बदल गई हैं। जितिया वर्त के मौके पर नदी और तालाब में नहाने गए लोगों में से अब तक 39 लोगों की मौत की खबर आ रही है। डूबने से सबसे ज्यादा 10 मौतें औरंगाबाद में हुई हैं। जितिया के दौरान ज्यादातर मौतें नदी में स्नान के दौरान हुई है। औरंगाबाद के बाद सबसे ज्यादा मौत छपरा (05) में हुई है। इसके अलावा रोहतास में 04, कैमूर में 3, सीवान में 3, मोतिहारी में 3, बेतिया में 2, बेगूसराय में 2, गोपालगंज, भोजपुर,नालंदा, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर और अरवल में 1-1 लोगों की मौत की खबर है। बताया जा रहा है कि कई जिलों में अभी भी कुछ लोगों की तलाश जारी है।
सीएम नीतीश कुमार ने किया मुआवजा का एलान
सीएम नीतीश कुमार ने जितिया के मौक पर औरंगाबाद में हुए हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने इस घटना को लेकर कहा कि जितिया के मौके पर जो हुआ है वे बेहद दुखद है। सीएम नीतीश कुमार ने मृतकों के आश्रितों को चार-चार लाख रुपये का मुआवजे देने का भी एलान किया।
साथ ही उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की कि जिन परिवारों के लोगों के सदस्यों की इस घटना में जान गईं, उन्हें दुख की इस घड़ी में धैर्य रखने की हिम्मत दें।
कैमूर में बच्ची की डूबने से मौत
कैमूर के सकरी बांद के पास बुधवार की शाम जितिया पर्व पर अपनी मां व परिजनों के साथ स्नान करने के दौरान एक पांच वर्षीय बच्चे की नहर में डूबने से मौत हो गई। मृतक बच्चा सकरी गांव का रहने वाला था। बताया जा रहा है कि इस गांव से दर्जनों महिलाएं जितिया के मौके पर नहाने के लिए बांध के पास की नदी में गईं थीं। इसी दौरान ये हादसा हुआ है।
औरंगाबाद में आठ बच्चियों की मौत की खबर
औरंगाबाद जिल के मदनपुर और बारुण प्रखंड में जितिया पर्व के दौरान नहाने गए कई बच्चों की मौत डूबने से हुई। बताया जाता है कि जिन बच्चों की मौत हुई है उनकी उम्र 14 साल से कम ही है।
मोतिहारी में भी पांच लोगों की हुई मौत
मोतिहारी जिले के कल्याणपुर थाना क्षेत्र में मां और बेटी समेत दो अन्य बच्चों के डूबने की खबर है। वहीं कल्याणपुर थाना क्षेत्र में तीन बच्चों की डूबने से मौत हो गई है। ऐसे में मोतिहारी में डूबने से कुल पांच लोगों की मौत हुई है। वहीं, रोहतास जिले के डिहरी पाली पुल के पास सोन नदी में स्नान करने के दौरान एक 13 साल के बच्चे की मौत हो गई है।