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नई दिल्ली: लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान बिहार विधान सभा चुनावों में मुख्यमंत्री और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार पर न केवल बयान देकर हमलावर बने हुए हैं, बल्कि भाजपा के बागियों के सहारे उनके उम्मीदवारों के खिलाफ बड़ा दांव भी खेल रहे हैं। इससे जेडीयू खेमे में बेचैनी है। लोजपा अध्यक्ष ने जेडीयू की एक और सीट के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी है। चिराग ने भाजपा की पूर्व विधायक उषा विद्यार्थी को पालीगंज विधानसभा से टिकट दिया है। वो 2010 में इस सीट से विधायक रह चुकी हैं।

2015 के चुनावों में इस सीट से राजद के टिकट पर जयवर्धन यादव ने भाजपा उम्मीदवार को हराया था। इस बार ये सीट जेडीयू के खाते में गई है। जेडीयू ने जयवर्धन यादव को उम्मीदवार बनाया है। यादव राजद छोड़कर जेडीयू में शामिल हो गए थे। अब जेडीयू को चुनौती देने के लिए लोजपा ने वहां से उषा विद्यार्थी को उतारा है।

 

इससे पहले उषा विद्यार्थी चिराग पासवान से मुलाकात कर लोजपा में शामिल हो गईं। इस मौके पर उन्होंने कहा कि वो नीतीश कुमार पर लिए गए चिराग के स्टैंड से प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि बिहार को आगे ले जाने के लिए कुछ कठोर फ़ैसले लेने के ज़रूरत थी। उषा ने कहा कि बिहार फस्ट बिहारी फस्ट एक विचार है।

 

 

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