पटना: बिहार विधानसभा चुनावों को लेकर एनडीए में सीटों का बंटवारा हो गया। बिहार में जेडीयू 115, जीतन राम मांझी की पार्टी हम 7, और भाजपा 121 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। मंगलवार को राजधानी पटना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम नीतीश से इसका एलान किया। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाजपा से सीटों के बंटवारे पर मुहर के बाद मंगलवार शाम को मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा कि भाजपा और जेडीयू के बीच कोई मतभेद या गलतफहमी नहीं है। दोनों दल विकास के मुद्दे को लेकर चुनाव में जाएंगे।
प्रेस कान्फ्रेंस में मौजूद उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि गठबंधन के भीतर किसी भी दल को कितनी सीटें मिलें, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही होंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे का गठबंधन के बाहर किसी अन्य दल को इस्तेमाल नहीं करने दिया जाएगा। इसके लिए चुनाव आयोग से भी संपर्क साधा जाएगा।
नीतीश कुमार ने लोजपा प्रमुख चिराग पासवान का नाम लिये बगैर हमला बोला। नीतीश ने कहा कि आज राम विलास पासवान राज्यसभा के सदस्य बने हैं, वो किसकी बदौलत बने हैं। क्या वो अपनी बदौलत बन गए हैं। उनकी पार्टी के तो दो ही विधायक हैं। क्या 2 विधायक वाली पार्टी राज्यसभा का सांसद बना सकती है?
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस से कुछ देर पहले प्रदेश भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा बिहार में एनडीए के नेता नीतीश कुमार हैं, बिहार के गठबंधन में सारी बातें नीतीश कुमार के नेतृत्व में हो रही है, नीतीश कुमार जी के नेतृत्व को भाजपा पूरी तरह से स्वीकार करती हैं। एनडीए गठबंधन में वही रहेंगे जिन्हें उनका नेतृत्व स्वीकार है। उनको मुख्यमंत्री बनाने के लिये भाजपा पूरी कोशिश करेगी और तीन चौथाई बहुमत से नीतीश कुमार के नेतृत्व में हम बनायेंगे सरकार।
इससे पहले सोमवार को भाजपा नेतृत्व ने लोजपा के राजग गठबंधन से बाहर होने के बाद बिहार के प्रमुख पार्टी नेताओं के साथ उम्मीदवार से लेकर चुनाव प्रबंधन तक के मुद्दों पर व्यापक चर्चा की। बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा पूरी तरह से लोजपा से दूरी बनाए रखेगी और खुलकर राजग को जिताने की अपील करेगी। जदयू के साथ संबंधों में कोई खटास न आए, इसके लिए राजग को कमजोर करने वाले दलों पर भी निशाना साधा जाएगा। हालांकि, भाजपा को आशंका है कि इस स्थिति में गठबंधन को लेकर भितरघात बढ़ सकता है।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोमवार को प्रदेश के कोर ग्रुप के नेताओं के साथ लंबी चर्चा की। इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह, संगठन प्रभारी भूपेंद्र यादव और चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद रहे। लोजपा के अधिकांश उम्मीदवार उन सीटों पर होंगे, जो जदयू के पास हैं, लेकिन भाजपा के हिस्से वाली कई सीटों पर भी लोजपा उम्मीदवार खड़ा करेगी। लोजपा द्वारा इसे दोस्ताना संघर्ष का रूप देने की संभावनाओं के मद्देनजर भाजपा ने इसको लेकर कई निर्णय लिए हैं। मसलन लोजपा द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत अपने किसी भी नेता के फोटो के इस्तेमाल पर भाजपा रोक लगाएगी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक भाजपा और भी कई तरह की पाबंदियां लोजपा पर लगाएगी ताकि वह भाजपा के साथ का फायदा न उठा सके।