पटना: लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के लगातार सामने आ रहे बयानों पर जदयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने मंगलवार को पलटवार किया। केसी त्यागी ने कहा कि लोजपा तो कभी हमारे साथ रही ही नहीं, न 2005 में, न 2010 और न ही 2015 के विधानसभा चुनाव में। जदयू का गठबंधन लोजपा से नहीं भाजपा के साथ है। जदयू और भाजपा का दो दशक का साथ है। वर्ष 2015 के अपवाद को छोड़कर हम 1999 से साथ हैं और दोनों पार्टियां एक-दूसरे को अच्छे से समझती हैं और सम्मान भी करती हैं।
त्यागी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा कई बार कह चुके हैं कि एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में विधानसभा का चुनाव लड़ेगा। इन बड़े नेताओं की बात के उलट लोजपा द्वारा सवाल खड़ा करना बैठे-बिठाए विपक्ष को मुद्दा देगा। एनडीए को कमजोर करने की इजाजत किसी को कैसे दी जा सकती है।
चिराग पासवान के कॉमन मिनिमम प्रोग्राम की मांग पर केसी त्यागी ने कहा कि लोजपा केन्द्र की सरकार में साझीदार है, जदयू तो बाहर है। केन्द्र में भी सीएमपी नहीं है, लोजपा यह सवाल वहां क्यों नहीं उठाती? त्यागी ने दो टूक कहा कि बिहार के एनडीए के समर्थकों और मतदाताओं को गुमराह करने की कोशिश उचित नहीं है।
जदयू कोविद-19 एसओपी का पूरा पालन करेगा चुनाव में : केसी त्यागी
जदयू के प्रधान राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने मंगलवार की शाम बताया कि जदयू अनुशासित पार्टी है। जदयू और भाजपा ही बिहार में चुनाव के मेन प्लेयर हैं। कोविद-19 के मद्देनजर जो भी एसओपी है, उसका पूर्ण पालन करते हुए हम चुनाव में जायेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे दो वरिष्ठ नेता आरसीपी सिंह और ललन सिंह ने चुनाव आयोग को स्थानीय स्तर पर ही अपना सुझाव सौंप दिया है। इसके अलावा कोई और सुझाव फिर नए सिरे से देने की जरूरत हम महसूस नहीं करते।
एनडीए में परदे के पीछे सीटों पर बातचीत जारी
एनडीए में सीटों को लेकर अभी कोई आधिकारिक या औपचारिक वार्ता नहीं शुरू हुई है, लेकिन पर्दे के पीछे पार्टी के आला नेता एक दूसरे से संपर्क में हैं। चर्चा के अनुसार बिहार भाजपा प्रभारी भूपेंद्र यादव के साथ बीते दिनों दिल्ली में जदयू सांसद ललन सिंह और केसी त्यागी मिल चुके हैं। दोनों नेताओं के बीच आधा दर्जन बार मुलाकात हो चुकी है। कयास लगाया जा रहा है कि एनडीए के नेताओं के बीच सीट को लेकर प्रारंभिक मंथन जारी है। कौन दल कितनी सीट पर चुनाव लड़ेगा और वह सीट कौन-कौन सी होगी इस पर विमर्श जारी है। जैसे ही चुनाव आयोग चुनाव की तिथि घोषणा करेगा कि एनडीए अपने इसी बुनियादी बातों के आधार पर सीटों की संख्या और सीटों का नाम भी घोषित कर देगा। पार्टी के आला नेताओं के अनुसार गठबंधन में कोई विवाद नहीं है और गठबंधन के आला नेता बैठकर आपसी सहमति के आधार पर सीटों की औपचारिक घोषणा कर लेंगे।
बिहार को कोविड प्रयोगशाला नहीं बनाए चुनाव आयोग: कांग्रेस
कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने बिहार में समय पर चुनाव संबंधी मुख्य चुनाव आयुक्त के बयान को निराशाजनक बताया है। उन्होंने कहा है कि चुनाव आयोग बिहार को कोविड की प्रयोगशाला नहीं बनाए। कहा कि अधिकांश दलों ने तीन बार आयोग से कहा है कोरोना को लेकर अभी यहां की परिस्थितियां निष्पक्ष और संक्रमण मुक्त चुनाव के लिए सही नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जिन चुनावों में जनभागीदारी नहीं हो, उनमें फर्जीवाड़े की ही आशंका रहेगी। श्री मिश्र ने पूछा कि कहा कि जब लोक ही नहीं बचेंगे तो तंत्र रहकर क्या करेगा।